लखनऊ। उत्तर प्रदेश को बीते दस दिन से बेहद चर्चा में रखने वाले कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव कांड तथा विकास दुबे मुठभेड़ को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त हैं। विपक्ष तथा अन्य लोगों के काफी हंगामा करने के कारण वह अब विकास दुबे केस में दूध का दूध और पानी का पानी करने के मूड में हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के इस मामले की जांच के लिए दो टीमें तैयार की हैं। विकास दुबे कांड की संपूर्ण जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति शशिकांत अग्रवाल का एकल जांच आयोग गठित किया है।
एक टीम ने अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी के नेतृत्व में बिकरू गांव जाकर पुलिस से विकास दुबे के गैंग से पुलिस की मुठभेड़ की जांच शुरू कर दी है तो दूसरी टीम विकास दुबे के कानपुर में एनकाउंटर की जांच करेगी। प्रदेश सरकार ने विकास दुबे मामले में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया। यह आयोग बिकरू गांव में मुठभेड़ और एनकाउंटर की गहनता से जांच करेगा। एक सदस्यीय आयोग में इलाहाबाद हाईकोर्ट से सेवानिवृत न्यायमूर्ति शशिकांत अग्रवाल को रखा गया है। इस आयोग का मुख्यालय कानपुर में होगा। आयोग को दो महीनों में अपनी रिपोर्ट देनी होगी। आयोग विकास दुबे सहित सभी मुठभेड़ की जांच करेगा।
प्रदेश सरकार ने कानपुर में दो और तीन जुलाई को विकास दुबे के गैंग के हाथों आठ पुलिसकर्मियों की हत्या सहित सभी मुठभेड़ की जांच के लिए सरकार ने एकल सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है।