नई दिल्ली/जयपुर। सचिन पायलट के बगावत के बाद राजस्थान में कांग्रेस सरकार बचाने में जुट गई है। पार्टी ने विधायक दल की आज होने वाली बैठक के लिए व्हिप जारी किया है। इस बैठक बगैर किसी सूचना के न शामिल होने वाले विधायकों पर अनुशासनात्म कार्रवाई की जाएगी। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने इसकी जानकारी दी है। पांडे ने 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पायलट ने रविवार को दावा किया कि गहलोत सरकार अल्पमत में है। 30 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने उन्हें ‘समर्थन’ दिया है। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के पास 107 और भाजपा के 72 विधायक हैं।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार यह बैठक आज सुबह 10: 30 बजे होने वाली है।आज की बैठक के लिए व्हिप जारी करने का निर्णय रविवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर एक बैठक के बाद लिया गया, जिसमें मंत्रियों सहित लगभग 75 विधायक शामिल हुए थे।
109 विधायकों ने जताया भरोसा
पांडे ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के लिए सभी पार्टी विधायकों को एक व्हिप जारी किया गया है। बिना उचित कारण बताए अनुपस्थित रहने वाले किसी भी विधायक के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पांडे ने आगे कहा कि 109 विधायकों ने मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार पर भरोसा जताया है। कुछ और विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर करने की भी बता कही है। यह पूछे जाने पर कि वर्तमान में नई दिल्ली में डेरा डाले हुए उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सीएलपी की बैठक में शामिल होंगे या नहीं? कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘आपको क्यों लगता है कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगे?’
भाजपा पर कांग्रेस ने लगाया आरोप
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। भाजपा हर राज्य में ऐसा कर रही है। हमने हाल ही में मध्य प्रदेश में इसे देखा है, लेकिन हम उन्हें यहां ऐसा नहीं करने देंगे। मुख्यमंत्री गहलोत ने भाजपा पर सरकार अस्थिर करने का आरोप लगाया है। भाजपा ने इन आरोपों का खंडन किया है।
क्या है विवाद
राजस्थान में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) द्वारा राज्य के कांग्रेस विधायकों के कथित खरीद फरोख्त को लेकर एसओजी द्वारा दर्ज किए गए मामले में सचिन पायलट को बयान दर्ज करने के लिए नोटिस भेजे जाने के बाद राजस्थान में विवाद शुरू हो गया। गहलोत और पायलट के बीच टकराव पीसीसी चीफ के पद को लेकर भी है। गहलोत कैंप चाहते हैं कि राजस्थान में ‘वन लीडर वन पोस्ट’ फॉर्मूला लागू किया जाए। वर्तमान में, सचिन पायलट डिप्टी सीएम पद के अलावा पीसीसी के प्रमुख हैं।