लखनऊ। मध्य प्रदेश के गुना में जगनपुर में आदर्श कॉलेज के लिए स्वीकृृत जमीन से मंगलवार को कब्जा हटाने के दौरान दंपती के कीटनाशक पीने और स्वजनों पर पुलिस के लाठीचार्ज पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया काफी आहत हैं। बुधवार को मामले के तूल पकड़ने पर गुरुवार को मायावती ने ट्विट किया और दलित उत्पीड़न के मामले में कांग्रेस तथा भाजपा को एक जैसा बताया है।
सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय बसपा की मुखिया मायावती ने मध्य प्रदेश की गुना की घटना पर गुरुवार को दो ट्वीट किया और मध्य प्रदेश के सीएम से दलितों का उत्पीड़न करने के मामले में दोषी को सख्त सजा देने की मांग की है।
मायावती ने लिखा कि मध्य प्रदेश के गुना पुलिस व प्रशासन का अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अति-क्रूर व अति-शर्मनाक। अब तो इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक। उन्होंने कहा कि इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार सख्त कार्रवाई करे।
मायावती ने कहा कि एक तरफ बीजेपी व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है जबकि दूसरी तरफ उनको उजाडऩे की घटनाएं उसी तरह से आम हैं। जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अंतर है। खासकर दलितों को इस बारे में भी जरूर सोचना चाहिए। उनका इशारा दलितों को कांग्रेस व भाजपा से किनारा करने की ओर है।
हटाए गए बड़े अधिकारी
इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार देर रात बड़ी कार्रवाई की। एमपी के गुना के कैंट थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग के एक किसान परिवार पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई को गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन ने देर रात ग्वालियर रेंज के आइजी राजाबाबू सिंह, गुना के कलेक्टर एस. विश्वनाथन और पुलिस अधीक्षक तरण नायक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। आइजी पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अविनाश शर्मा को ग्वालियर रेंज का नया आइजी व 26 वीं वाहिनी गुना के सेनानी राजेश कुमार सिंह को एसपी बनाया गया है।