कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर कांड (Kanpur) के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु कांड (Bikru Case) के मुख्य आरोपी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे (Vikas Duby) को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया. वहीं जांच में विकास दुबे के तार हर राजनीतिक दल से जुड़े मिले. अब पता चला है कि विकास दुबे के करीबियों के पास जो भी लाइसेंसी हथियार थे, वह सभी सपा नेता नीरज सिंह गौर (Neeraj Singh Gaur) की दुकान से खरीदे गए.
टॉप 15 अपराधियों में शामिल है नीरज
कुख्यात अपराधी विकास दुबे के तार हर राजनीतिक दल से जुड़े हुए थे, जिसके चलते लगभग ढाई दशक तक उसका आतंक बना रहा. अब जांच में यूपी एसटीएफ की जांच में कुछ तथ्य ऐसे मिले हैं, जिससे साबित हो रहा है कि विकास दुबे को हथियार और कारतूसों की सप्लाई सपा नेता नीरज सिंह गौर करता था. शराब कांड का मुख्य आरोपी नीरज सिंह गौर जिले के टॉप 15 अपराधियों में चौथे पायदान पर है. इसके बावजूद जिले के पुलिस अधिकारियों समेत प्रशासनिक अधिकारी भी नीरज सिंह गौर गौर पर मेहरबान है.
विकास दुबे से थी करीबी
आरोप है कि टॉप 15 लिस्ट में शामिल ये अपराधी किसी भी अधिकारी के कमरे में आराम से बैठता है और अपने राजनीतिक दबदबे के चलते तमाम तरीके के काम भी करा लेता है. नीरज सिंह गौर विकास दुबे का कितना करीबी है? इसकी गवाह है वह तस्वीर, जो कानपुर कांड से 20 दिन पुरानी है. इस तस्वीर में विकास दुबे, सपा नेता नीरज सिंह और गुड्डन त्रिवेदी भी है.
विकास दुबे के साथ खड़ा शराब माफिया नीरज (File Photo)
गुड्डन त्रिवेदी को एटीएस द्वारा मुंबई से गिरफ्तार किया गया था लेकिन नीरज सिंह गौर को जिला प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है. हालांकि अब माना जा रहा है कि एसटीएफ की जांच के बाद नीरज सिंह गौर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.
2018 के शराब कांड का मुख्य आरोपी
यही नहीं नीरज सिंह गौर को लेकर जिला प्रशासन पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर 2018 के शराब कांड के इस मुख्य आरोपी की आखिर दुकान क्यों सील नहीं गई? आखिर क्यों टॉप 15 का अपराधी लगातार अधिकारियों के दफ्तरों में मेहमान नवाजी करा रहा है. उसे किसका संरक्षण प्राप्त है?