नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने रविवार को अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद ठहराया. उन्होंने कहा कि मैं इन आरोपों पर पहले इसलिए नहीं कुछ बोल पाया था क्योंकि मैं विदेश दौरे पर था. इसके अलावा सूत्रों के हवाले से कहा जा रही है कि सरकार एमजे अकबर से इस्तीफा नहीं मांगेगी.
विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने रविवार को आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि मेरे ऊपर बिना सुबूतों के लगाए जा रहे आरोप वायरल बुखार की तरह से कुछ तबके के बीच फैल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मामला कुछ भी हो. अब मैं वापस आ गया हूं. मेरे वकील अब इस मामले को देखेंगे. साथ ही इन सभी बेबुनियाद आरोपों पर निर्णय लेने को लेकर भविष्य की रणनीति तय की जाएगी.
उन्होंने सवाल उठाया कि आम चुनावों से महज कुछ महीने पहले ही यह तूफान क्यों उठा? क्या इसके पीछे कोई किसी तरह का कोई एजेंडा है? इन बेबुनियाद और झूठे आरोपों से मेरी इमेज को क्षति पहुंची है.
उन्होंने उनके ऊपर आरोप लगाने वाली महिला प्रिया रमानी पर कहा कि प्रिया रमानी ने यह अभियान एक साल पहले एक मैगजीन में आर्टिकल प्रकाशित करने के साथ ही शुरू किया था. उन्होंने उसमें मेरा नाम नहीं लिखा था क्योंकि वह जानती थीं कि यह गलत है. जब उनसे मेरा नाम न लिखने के प्रति पूछा गया तो उन्होंने अपने ट्वीट में भी कहा था ‘मैंने उनका (अकबर) नाम इसलिए नहीं लिखा था क्योंकि उन्होंने कुछ नहीं किया था.’
उन्होंने आगे कहा कि अगर मैंने कुछ किया ही नहीं तो इस कहानी में है ही क्या. इस तरह की कोई भी स्टोरी अब नहीं है. कुछ भी होने के बावजूद इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है.
बता दें कि यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर रविवार सुबह ही अपने विदेश दौरे से दिल्ली लौटे हैं. दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर निकलने के दौरान अकबर से पत्रकारों ने उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सवाल किया था तो उन्होंने कहा ‘मैं अपना बयान बाद में दूंगा.’ बता दें कि एमजे अकबर पर संपादक रहते हुए महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है. उन्होंने अभी तक इन आरोपों पर कुछ भी नहीं बोला था.