डोमेनिका ने कहा है कि निवेश के माध्यम से नागरिकता देने से पहले पूरी जांच पड़ताल की जाती है। ऐसे फर्मों की कई स्तरों पर जांच की जाती है। ऐसा डोमेनिका के नागरिकों और अंतरराष्ट्रीय पार्टनर्स के हितों को ध्यान में रखकर किया जाता है।
डोमेनिका ने यह सफाई भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के उस इनपुट के एक सप्ताह बाद दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि दाऊद इब्राहिम के पास पाकिस्तान, भारत, दुबई और डोमेनिका के अलग-अलग नाम और पते वाले पासपोर्ट हैं।
भारतीय डोजियर में कहा गया है, ”दाऊद इब्राहिम ने कथित तौर पर कॉमनवेल्थ ऑफ डोमेनिका का पासपोर्ट इकॉनमिक सिटिजनशिप प्रोग्राम (ईसीपी) के जरिए हासिल किया है, एक निश्चित विदेशी राशि के बदले, जिसके लिए डोमेनिका की नागरिकता बेची जाती है।”
दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के बाद भारत का मोस्ट वांटेड बन गया। इस हमले में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 घायल हो गए थे। उसके पाकिस्तान में छिपे होने को लेकर कई बार सबूत पाकिस्तान को सौंपे गए हैं। हालांकि, उसने भी हर बार इससे इनकार किया है।