लखनऊ। मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव द्वारा चाचा शिवपाल यादव के साथ मंच साझा करने के बाद उत्तर प्रदेश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह बदल चुका है. इस मुलाकात को लेकर बीजेपी के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि अब समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव को जवाब देना चाहिए कि, आखिरकार अपर्णा किसके साथ जा रही हैं. सपा द्वारा बार-बार यह कहे जाने पर कि कुछ पार्टी बीजेपी की बी टीम है. इन आरोपों को लेकर मनीष शुक्ला ने कहा कि आजकल यह फैशन हो गया है.
नेता और पार्टियां जब राजनीति में प्रासंगिक नहीं रह जाती हैं तो वे खुद को प्रासंगिक बनाने के लिए ऐसा बोलते हैं. साथ में उन्होंने यह भी कहा कि तमाम राजनीतिक दल बीजेपी के साथ हो रही है, क्योंकि जनता बीजेपी के साथ है.
राम मंदिर को लेकर मायावती के हालिया बयान पर उन्होंने कहा कि मायावती हताश और निराश हो चुकी हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. 2017 विधानसभा चुनाव में केवल 19 सीटें मिलीं. इसकी वजह से उनका हताश और निराश होना लाजिमी है. बता दें, मायावती ने अपने एक बयान में कहा है कि बीजेपी राम मंदिर भले ही बना ले, लेकिन 2019 में सरकार नहीं बना पाएगी.
मायावती के बयान के समर्थन में सपा प्रवक्ता अमीक जमई ने कहा कि मायावती का कहना बिल्कुल सच है. हम मायावती के साथ मिलकर 2019 के चुनाव में बीजेपी और RSS को हराएंगे. उन्होंने कहा कि हमारे नेता अखिलेश यादव लगातार कहते हैं कि जनता मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च जैसे निजी मामलों से तंग हो चुकी है. रोजगार नहीं है, महंगाई बढ़ गई है, तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं.
अमीक जमई ने कहा कि लड़ाई केवल दो पार्टियों के बीच है. सपा और बीजेपी. हमारी लड़ाई सीधे बीजेपी से है न कि उनकी बीट टीम से. अखिलेश यादव पहले ही कह चुके हैं कि चुनाव आते-आते बहुत कुछ खुलता जाएगा. नेताजी का बंगला चला गया, लेकिन अब जो बंगला मिला बीजेपी का राज खुल गया. उन्होंने कहा कि राजनीति में संबंध अलग नहीं होते. आखिरकार, मुलायम सिंह, अपर्णा यादव, शिवपाल और अखिलेश तो एक ही परिवार के हैं.
इन तमाम मुद्दों पर कांग्रेस प्रवक्ता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि मायावती, अखिलेश सभी सच बोल रहे हैं. हम सभी मोदी सरकार के झूठे वादों से तंग आ चुके हैं. मायावती का बयान स्वागत करने योग्य है. वो जो कह रही हैं, वह जनता की आवाज है.