अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम जारी है लेकिन इसी बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के विवादित बयान ने वहां के साधु-संतों को आक्रोशित कर दिया है. संतों ने कहा है कि माताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
अयोध्या के साधु संत लगातार किसी न किसी तरीके से अपना विरोध जता रहे हैं. इसी को लेकर राम जन्मभूमि के बाद सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में एक अयोध्या के हनुमानगढ़ी में संतों ने उनके खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया.
साधु-संतों ने हनुमत यज्ञशाला में चंपत राय के बयान के बाद उनकी बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया. हनुमानगढ़ी की यज्ञशाला में बैठकर संतों ने पहले जय श्रीराम का जयघोष किया और फिर चंपत राय की बुद्धि शुद्धि के लिए नारे लगाए.
दरअसल बीते दिनों अयोध्या में कुछ संतों ने उद्धव ठाकरे का विरोध करते हुए कहा था कि उद्धव ठाकरे को अयोध्या में नहीं आने दिया जाएगा और उनका विरोध किया जाएगा. इस पर एक पत्रकार के सवाल पर बयान देते हुए राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था अयोध्या में किसी की मां ने इतना दूध नहीं पिलाया है कि वह उद्धव ठाकरे का सामना कर सके. चंपत राय ने इसके बाद भी विवादित बयान दिया था जिससे संत समाज के लोग उन पर भड़के हुए हैं.
हनुमानगढ़ी के संत राजू दास ने चंपत राय के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, उनकी बुद्धि शुद्धि के लिए हनुमानगढ़ी के हनुमत यज्ञशाला में हमने हवन किया और हनुमान जी महाराज से उनकी बुद्धि शुद्ध करने की कामना की.