बॉलीवुड अभिनेत्री पायल घोष ने फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप पर 19 सितंबर 2020 को यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। पायल घोष के मुताबिक़ अनुराग उन्हें यह कह कर शारीरिक संबंध का दबाव बनाते थे कि फिल्म इंडस्ट्री में यह सब आम बात है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से भी इंसाफ की गुहार लगाई थी। मामला सुर्ख़ियों में आने के बाद अनुराग कश्यप ने भी इस पर अपना पक्ष रखा है।
अनुराग कश्यप ने 20 सितंबर की देर रात इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए सफाई पेश की। अनुराग ने अपने ट्वीट में लिखा, “क्या बात है, इतना समय ले लिया मुझे चुप करवाने की कोशिश में। चलो कोई नहीं। मुझे चुप कराते-कराते इतना झूठ बोल गए कि औरत होते हुए दूसरी औरतों को भी संग घसीट लिया। थोड़ी तो मर्यादा रखिए मैडम। बस यही कहूँगा कि जो भी आरोप हैं आपके, सब बेबुनियाद हैं।”
इसके बाद अनुराग कश्यप ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा “बाक़ी मुझ पर आरोप लगाते-लगाते, मेरे कलाकारों और बच्चन परिवार को संग में घसीटना तो मतलब नहले पर चौका भी नहीं मार पाए। मैडम दो शादियाँ की हैं, अगर वो जुर्म है तो मंज़ूर है और बहुत प्रेम किया है, वो भी क़बूलता हूँ। चाहे मेरी पहली पत्नी हों, या दूसरी पत्नी हों या कोई भी प्रेमिका या वो बहुत सारी अभिनेत्रियाँ, जिनके साथ मैंने काम किया है, या वो पूरी लड़कियों और औरतों की टीम, जो हमेशा मेरे साथ काम करती आई हैं, या वो सारी औरतें, जिनसे मैं मिला बस, अकेले में या जनता के बीच।”
इसके बाद अपने ट्वीट में इस मुद्दे पर सफाई देते हुए अनुराग कश्यप ने लिखा, “मैं इस तरह का व्यवहार ना तो कभी करता हूँ, ना तो कभी किसी क़ीमत पर बर्दाश्त करता हूँ। बाक़ी जो भी होता है, देखते हैं। आपके वीडियो में ही दिख जाता है कितना सच है कितना नहीं, बाक़ी आपको बस दुआ और प्यार। आपकी अंग्रेज़ी का जवाब हिंदी में देने के लिए माफ़ी।”
यह पहला ऐसा मौक़ा नहीं है, जब अनुराग कश्यप का नाम किसी विवाद में सामने आया हो। इसके पहले भी अनुराग का ज़िक्र दो ऐसे मामलों में हो चुका है। अक्टूबर 2018 के दौरान फिल्म निर्माता और क्वीन फिल्म के निर्देशक विकास बहल पर फैंटम फिल्म्स की पूर्व कर्मचारी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद अनुराग कश्यप ने अदालत का निर्णय आने के पहले ही विकास बहल के विरुद्ध सोशल मीडिया पर बयानबाज़ी शुरू कर दी थी। उन्होंने महिला कर्मचारी के आरोपों को सही बता कर उनका समर्थन किया था।
जिसके बाद विकास बहल ने अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी पर बॉम्बे उच्च न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। दूसरी घटना साल 2014 की है, जब अनुराग कश्यप यौन शोषण के आरोपित ‘तहलका’ के संपादक का बचाव करने लगे थे। अनुराग ने फेसबुक पर तरुण तेजपाल के समर्थन में लिखा था “मैंने सीसीटीवी फुटेज देखी है और उसमें ऐसा कुछ भी नहीं है, जैसा वह लड़की (पीड़िता) तरुण तेजपाल के बारे में कह रही है।”
वहीं पायल घोष ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा था, “अनुराग कश्यप ने खुद का इस्तेमाल करके मुझे पर बेहद बुरी तरह दबाव बनाया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी मेरा आपसे अनुरोध है कि इस आदमी पर कार्रवाई कीजिए और जिससे दुनिया को पता चले कि इस रचनात्मक इंसान के पीछे कितना बड़ा राक्षस छुपा हुआ है। मुझे पता है यह इंसान मुझे नुकसान पहुँचा सकता है, मेरी सुरक्षा खतरे में है, कृपया मदद करिए।”
पायल घोष के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने भी रीट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, पायल आप इस घटना की पूरी जानकारी NCW को विस्तार से भेजें।
19 सितंबर 2020 को पायल घोष ने अनुराग कश्यप पर यौन उत्पीड़न के कई आरोप लगाए। आरोप लगाते हुए उन्होंने लिखा था, “मैं अनुराग से बात करने के अगले दिन उनसे मिलने गई। वह शराब पी रहा था। मिलने के बाद वह मुझे दूसरे कमरे में ले गया। वहाँ उसने अपनी ज़िप खोली और मेरी सलवार कमीज खोलकर मेरी योनि (vagina) के अंदर अपने c**k (penis) को जबरदस्ती डालने की कोशिश की। उन्होंने मुझसे इस तरह बात की जैसे फिल्म इंडस्ट्री में शारीरिक संबंध बनाना गलत नहीं था। उन्होंने कहा कि हुमा कुरैशी, ऋचा चड्डा और मही गिल जैसी अभिनेत्रियाँ हमेशा उनसे फोन पर संपर्क में रहती हैं।” आगे अनुराग कश्यप, पायल घोष से कहता है, “जब भी मैं उन्हें बुलाता हूँ, वह दौड़कर आती हैं और मेरा c**k (penis) चूसती हैं।”