हाथरस/लखनऊ। हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार पर गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता के परिजनों ने प्रशासन पर धमकाने और दबाव डालने का आरोप लगाया है. एक वीडियो सामने आया है, जिसमें हाथरस के डीएम पीड़ित परिवार को धमकी देते दिख रहे हैं. हथरस के डीएम कह रहे हैं कि मीडिया वाले तो चले जाएंगे, लेकिन प्रशासन को यहीं रहना है. हाथरस के पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको धमकाया जा रहा है. केस को रफा-दफा करने के लिए दवाब डाला जा रहा है.
वीडियो में हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार पीड़िता के परिवार से कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत कीजिए… मीडिया वाले आधे चले गए हैं… कल सुबह आधे निकल जाएंगे… दो-चार बचेंगे कल शाम… हम आपके साथ खड़े हैं… अब आपकी इच्छा है कि आपको बयान बदलना है या नहीं.
पीड़िता की भाभी ने कहा कि हमसे बोला गया कि तुम्हारी लड़की अगर कोरोना से मर जाती तो मुआवजा मिल जाता क्या. हमें धमकियां मिल रही हैं. पापा को धमकाया जा रहा है. उस वक्त हालात ऐसे थे कि जो मन में आ रहा था हम लोग बोल रहे थे. अब ये लोग हमें यहां रहने नहीं देंगे.
पीड़िता के परिजन से बोले DM- बदल दो बयान, वीडियो वायरल
डीएम का वायरल वीडियो
उत्तर प्रदेश (Utter Pradesh) के हाथरस (Hathras) में 19 वर्षीय युवती के साथ हुई विभत्स घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है. इस घटना के बाद से देशभर में रोष का माहौल है साथ ही इसपर राजनीति भी शुरू हो गई है. राहुल और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोक दिया गया. राहुल को ग्रेटर नोएडा में हिरासत में लेने के बाद शाम को उन्हें छोड़ दिया गया.
इन सबके बीच हाथरस के डीएम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में डीएम पीड़ित के परिवार वालों से बातचीत कर रहे हैं. डीएम पीड़िता के परिवार वालों से कहते सुनाई दे रहे हैं कि मीडिया वाले आधे चले गए हैं, आधे कल सुबह तक चले जाएंगे. हम आपके साथ रहेंगे. अब आपकी इच्छा है कि आपको बयान बदलना है या नहीं बदलना. आप अपनी विश्वसनियता कम मत करिए. हालांकि ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बता दें कि हाथरस की पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई है. सफदरजंग अस्पताल की इस रिपोर्ट में रेप का जिक्र नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की गर्दन पर चोट के निशान हैं और रीढ़ की हड्डियां भी टूटी हुई हैं. पीड़िता को ब्लड इंफेक्शन और हार्ट अटैक भी आया था. रिपोर्ट के मुताबिक मौत का वक्त 29 सितंबर सुबह 6 बज कर 55 मिनट बताया जा रहा है. इस मामले में FSL (Forensic Science Laboratory) की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.
गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में 19 वर्षीय लड़की के साथ क्रूरता बरती गई थी. पहले उसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और फिर सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया था.
प्रशांत कुमार बोले- नहीं हुआ था रेप
इस बीच, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने दावा किया है कि युवती के साथ रेप नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि युवती की मौत गले में चोट लगने और उसके कारण हुए सदमे की वजह से हुई थी. फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट से भी यह साफ जाहिर होता है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ.
प्रशांत कुमार ने कहा कि वारदात के बाद युवती ने पुलिस को दिए बयान में भी अपने साथ बलात्कार होने की बात नहीं कही थी. उन्होंने कहा कि उसने सिर्फ मारपीट किए जाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने और जातीय हिंसा भड़काने के लिए कुछ लोग तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. पुलिस ने हाथरस मामले में तुरंत कार्रवाई की और अब हम उन लोगों की पहचान करेंगे जिन्होंने माहौल खराब करने और प्रदेश में जातीय हिंसा भड़काने की कोशिश की.