बिहार चुनाव: NDA में हुआ सीटों का बंटवारा, JDU-115 तो BJP 112 जगह उतारेगी उम्मीदवार

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA में सीटों का बंटवारा हो गया है. 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा की 115 सीटों पर JDU लड़ेगी, तो वहीं बीजेपी 112 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी. हालांकि, इसका औपचारिक ऐलान बाकी है. NDA के नेताओं की कुछ देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें सीट बंटवारे की घोषणा की जाएगी.

महागठबंधन से अलग होकर NDA में आने वाली मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी 9 सीटों पर लड़ेगी. वहीं जीतनराम मांझी की पार्टी HAM 7 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगी. NDA के नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस शाम 5 बजे होगी, जिसमें सीएम नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.

इससे पहले सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर बिहार कोर कमेटी की बैठक हुई. बीजेपी बिहार कोर कमेटी की बैठक में डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और राज्य प्रभारी भूपेंद्र सिंह यादव हिस्सा लिए थे.

2010 में साथ लड़े थे चुनाव

इससे पहले बीजेपी और जेडीयू ने 2010 का विधानसभा चुनाव साथ लड़ा था. तब जेडीयू 141 और बीजेपी 102 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारी थी. इस चुनाव में जेडीयू ने 115 तो बीजेपी ने 91 सीटों पर जीत हासिल की थी.

गौरतलब है कि राज्य में 28 अक्टूबर से शुरू होने वाले चुनाव में NDA का मुकाबला तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाले महागठबंधन से है. महागठबंधन की बात करें तो आरजेडी 144, कांग्रेस 70 और लेफ्ट पार्टियां 29 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई(माले), सीपीआई, सीपीएम महागठबंधन का हिस्सा हैं.

चुनाव से पहले तक NDA का हिस्सा रही LJP ने अकेले लड़ने का फैसला लिया है. वो जेडीयू के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेगी. एनडीए में मनचाही संख्या में सीट न मिलने के चलते चिराग पासवान ने 143 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है. एलजेपी का बीजेपी के प्रत्याशियों को समर्थन रहेगा.

बता दें कि बिहार में तीन चरण में विधानसभा के चुनाव होंगे. पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा, दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा. चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को घोषित होंगे.

2015 में क्या थे नतीजे

2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को भारी जीत मिली थी. 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में महागठबंधन 178 सीटों पर जीती थी. नीतीश कुमार बिहार के नए मुख्यमंत्री चुने गए थे. हालांकि, चुनाव के दो साल बाद जेडीयू महागठबंधन से अलग हो गई थी और बीजेपी से हाथ मिला लिया था. इस चुनाव में RJD को 80, JDU को 71, बीजेपी को 53 और कांग्रेस को 27 सीटों पर जीत मिली थी.