चिराग ने कहा कि बिहार चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी आने वाले हैं। मैं तो कहूंगा कि वे अपना गठबंधन धर्म निभाएं। मेरी वजह से किसी धर्मसंकट में न पड़ें। भाजपा नेता, नीतीश कुमार को खुश करने के लिए मेरे खिलाफ जो कुछ भी कहना हो बेझिझक होकर कहें। अपने ट्वीट में चिराग पासवान ने अपने बारे में भाजपा नेताओं के बयानों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुश करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी, गठबंधन धर्म की मर्यादा का पालन करेगी। अपनी वजह से प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर कोई आंच नहीं आने देगी।
गौरतलब है कि भाजपा नेता लगातार यह साफ करने की कोशिश कर रहे हैं कि लोजपा से भाजपा का कोई गठबंधन नहीं है। उधर, चिराग ने कहा कि भाजपा नेता उनके खिलाफ इसलिए बयान दे रहे हैं ताकि नीतीश कुमार को खुश किया जा सके। रविवार को एक निजी चैनल को दिए जवाब में चिराग ने कहा कि उन्हें एनडीए से अलग होने के फैसले पर पछतावा नहीं हैं न ही यह फैसला लेने में उन्हें डर लगा। उन्होंने अपने पिता रामविलास पासवान की बातों को याद करते हुए कहा कि पापा बोलते थे कि अगर शेर का बच्चा होगा तो जंगल चीर कर निकलेगा अगर गीदड़ होगा तो वो मारा जाएगा। मैं भी अब खुद को परखने निकला हूं। शेर का बच्चा हूं तो जंगल चीर कर निकलूंगा। नहीं तो वहीं मारा जाउंगा। लोजपा को वोटकटवा पार्टी कहे जाने से आहत लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश पर एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये शब्दावली भाजपा नेताओं की नहीं है बल्कि उनसे बुलवाया जा रहा है।
चिराग ने पीएम की तस्वीर, प्रधानमंत्री मोदी का हनुमान कहे जाने और पीएम के दिल में होने की बात पर आलोचना किए जाने को लेकर कहा कि मेरे पिता के आईसीयू में भर्ती होने पर प्रधानमंत्री मोदी जी ने ही मेरा समर्थन किया था। ऐसे में मुझे मोदी जी का सम्मान क्यों नहीं करना चाहिए। जहां तक सीएम एलजेपी और बीजेपी के बीच दूरी जानने को लेकर उत्सुक हैं तो मैं यह कहते हुए इस डर को दूर करना चाहूंगा कि मैं बीजेपी नेताओं की आलोचना का स्वागत करता हूं, वो कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन कम से कम उनकी शब्दावली ठीक हो। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पीएम मोदी भी बिहार में चुनावी रैली करेंगे अगर वो मेरी आलोचना करेंगे तो मैं उनका भी स्वागत करूंगा।