नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर फिर बढ़ने लगा है. कोरोना की इस नई लहर का असर सबसे ज्यादा देश की राजधानी दिल्ली में दिखाई पड़ रहा है. कोरोना की भयावहता का अंदाजा आप सिर्फ इस आंकड़े से लगा सकते हैं कि दिल्ली में हर घंटे कोरोना कम से कम 4 लोगों की जान ले रहा है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पिछले 24 घंटों के भीतर कुल 6396 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं. जबकि इसी दौरान 99 कोरोना मरीजों की मौत हुई है.
बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के कुल 49031 टेस्ट कराए गए हैं. वहीं अच्छी बात यह रही कि 4421 कोरोना मरीज इलाज के बाद रिकवर हो चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या फिलहाल 42004 है.
दिल्ली में स्थिति संभालने के लिए केंद्र सरकार ने बनाया प्लान
दिल्ली में कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने भी तैयारियां कर ली हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि होम आइसोलेशन में भी ज्यादा मरीज हैं. सुबह-शाम डॉक्टर्स उनके हालचाल फोन या वीडियो कॉल से लेते हैं, इसे और सुदृढ़ किया जाएगा. संक्रमित लोगों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के बाद उन पर कड़ी निगाह रहेगी. पहचान के बाद उनको निश्चित तौर पर आइसोलेशन में भेजने की योजना है. दिल्ली में इससे निपटने के लिए संसाधन और विशेषज्ञ एमसीडी, डीएम और अन्य संस्थानों से आएंगे.
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोगों से अपील की गई कि लक्षण दिखते ही जांच कराने की प्रवृत्ति बढ़ाएं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि दिल्ली में आईसीयू के बिस्तर दोगुना बढ़ाए जा रहे हैं. इन्हें अगले हफ्ते में 3500 से बढ़ाकर 6200 किया जाएगा. डीआरडीओ और सरदार वल्लभ भाई कोविड सेंटर में भी व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही हैं. दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में भी मौजूदा क्षमता से 80 फीसदी आईसीयू बिस्तर बढ़ाए जा रहे हैं. अर्धसैनिक बलों और सेना के भी डॉक्टर्स लाए जा रहे हैं.