भोपाल। मध्य प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठने लगी है। इसके साथ ही यह कहा जाने लगा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्व काफी उम्रदराज हो गया है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों की उम्र 70 वर्ष से ज्यादा हो चुकी है। ऐसे में किसी युवा के हाथों प्रदेश की कमान सौंपी जाए। इसी मांगों के बीच मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक रैली में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं कुछ आराम करने के लिए तैयार हूं। मेरी किसी भी पद के लिए कोई महत्वाकांक्षा या कोई लालच नहीं है। मैंने पहले ही बहुत कुछ हासिल कर लिया है। मैं घर पर रहने के लिए तैयार हूं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने किसी को भी रिटायरमेंट नहीं लिया। यह सेवानिवृत्त होने या घर पर रहने की उनकी इच्छा है। यह उनका निजी मामला है और उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए।
गौरतलब है कि 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने धमाकेदार जीत दर्ज करते हुए 19 सीटों पर कब्जा जमाया था। कांग्रेस के खाते में महज 9 सीटें ही आईं। छिंदवाड़ा के विधानसभा क्षेत्र पांढुर्णा के लक्ष्मी मंगल भवन में आयोजित कांग्रेस की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने संविधान की रचना में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया है कि देश और प्रदेश में उपचुनाव किन परिस्थितियों में होना चाहिए, परंतु भाजपा ने जिस तरह की परिस्थितियों को निर्मित कर प्रदेश के उपचुनाव करवाए, ऐसी अनहोनी देश में कहीं भी और कभी भी नहीं हुई। सारी सौदेबाजी जनता ने अपनी आंखों से देखी है। मैं भी ऐसा कर सकता था, परंतु मैं खरीदी और बिक्री की राजनीति नहीं करता।