पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने शुक्रवार (25 दिसंबर, 2020) को इंटरनेट के दिग्गज गूगल और विकीपीडिया को ईशनिंदा सामग्री का प्रसार करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही पीटीए ने गूगल और विकिपीडिया को नोटिस जारी कर कहा है कि वे इन कंटेंट को डिलीट कर दे नहीं तो कानूनी परिणामों को भुगतने के लिए तैयार रहे।
यह नोटिस पाकिस्तान की गैरकानूनी ऑनलाइन कंटेंट (प्रक्रिया, ओवरसाइट और सेफगार्ड) नियम 2020 को हटाने और ब्लॉक करने के तहत भेजा गया है। जिसके माध्यम से पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण किसी भी ऑनलाइन कंटेंट को हटाने के लिए अधिकृत है, जोकि उनके अनुसार गैरकानूनी है।
Press Release: PTA issues Notices to Google Inc. and Wikipedia on account of disseminating sacrilegious content through the platforms. pic.twitter.com/AhG9PHCJS1
— PTA (@PTAofficialpk) December 25, 2020
पाकिस्तान रेगुलेटर्स ने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि उन्हें Google Play Store पर अहमदिया समुदाय द्वारा अपलोड किए गए “पवित्र कुरान के अनैतिक संस्करण” को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं। यह उन पृष्ठों की ओर भी इशारा करता है, जो धार्मिक नेता मिर्जा मसरूर अहमद का नाम ‘खलीफा’ या इस्लाम के नेता के रूप में बताते हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया कि ऐसी चीजें देश में प्रमुख धार्मिक मान्यताओं का खंडन करती है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान प्राधिकरण ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गूगल से सभी गैरकानूनी सामग्री को तत्काल हटाने के निर्देश दिया है। वहीं ऐसा नहीं करने पर उन्हें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
अधिकारियों ने प्रेस रिलीज में आगे कहा, “हमें विकिपीडिया पर पवित्र पैगंबर (PBUH) के कैरिकेचर की मेजबानी और भ्रामक सूचनाओं के प्रसार करने वाले आर्टिकल के बारे में भी शिकायतें मिली है, जो कि मिर्जा मसरूर अहमद को एक मुस्लिम के रूप में चित्रित करते है। उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखना उचित है कि मिर्ज़ा मसरूर अहमद अहमदिया मुस्लिम समुदाय के नेता हैं और विकिपीडिया द्वारा उसे मुस्लिम कहना पाकिस्तान में एक अपराध के समान है।
बयान में कहा गया है कि इन प्लेटफॉर्म्स ने उनकी बातों की अवहेलना की तो पीटीए द्वारा इलेक्ट्रॉनिक क्राइम एक्ट 2016 (PECA) और नियम 2020 के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें इससे पहले पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण ने TikTok पर प्रतिबंध लगा दिया था। पाकिस्तान में इसलिए टिकटॉक पर बैन लगाया गया था क्योंकि टिकटॉक ने उनके निर्देशों का पालन नहीं किया था। दरअसल, पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने टिकटॉक को अश्लील वीडियो के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।