भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा अपनी ही पार्टी के नेताओं से खफा चल रही है, दरअसल साध्वी को पार्टी ने हाशिये पर धकेल रखा है, माना ये जा रहा है कि साध्वी अपने निर्वाचन क्षेत्र में विधायकों तथा पूर्व मेयर के हस्तक्षेप से खफा हैं, साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल में करीब 30 लोगों के साथ अपने आवास पर बैठक की, जिसमें उन्होने लोगों के मोबाइल फोन तक बाहर रखवा दिये थे।
पार्टी में हो रही उपेक्षा की वजह से उन्होने कई सीनियर नेताओं को भी अपने साथ जोड़ना शुरु कर दिया है, इसके अलावा वो उनसे अपने संसदीय क्षेत्र का फीडबैक भी ले रही हैं, कहा ये भी जा रहा है कि सांसद ने इसकी शिकायत पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी की है, साथ ही उन्होने इस मामले की जानकारी आरएसएस के अधिकारियों को भी दे दी है।
बताया जा रहा है कि साध्वी के साथ मीटिंग में शिवाजी ठाकरे, विष्णु राठौर, डॉ. दीपक मेहता समेत करीब 30 नेता शामिल रहे, मीटिंग में ये भी चर्चा हुई, कि पिछले दिनों कुछ किसान सम्मेलन में साध्वी प्रज्ञा को मंच पर पीछे बैठने की जगह मिली थी, इसके अलावा भोपाल में बीजेपी के नये जिला कार्यालय में भी उनका सम्मान ठीक ढंग से नहीं हुआ, कहा जा रहा है कि सांसद साध्वी प्रज्ञा के पास ऐसे करीब 150 नेताओं की सूची है, जो पार्टी में अपने आप को असहज महसूस कर रहे हैं, जिनके साथ आने वाले दिनों में मीटिंग की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक मीटिंग में बीजेपी सांसद ने कहा कि वो भोपाल संसदीय क्षेत्र से आने वाली सभी विधानसभाओं की सांसद हैं, इसलिये उन्हें कोई कमजोर ना समझे, साथ ही उन्होने ये भी कहा कि पार्टी की ओर से मिली सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन वो बखूबी करेंगी, इसके अलावा सांसद साध्वी ने लव जिहाद के पीड़ितों की मदद के लिये एक कमेटी बनाने का भी फैसला लिया है।