बदायूं/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बदायूं में महिला के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना का मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण पुलिस की गिरफ्त में है. गुरुवार को उसे गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद आज शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया. इस बीच, महंत सत्यनारायण को लेकर कुछ अहम जानकारियां सामने आईं हैं. बताया जाता है कि आरोपी सत्यनारायण की स्थानीय लोगों में खासी पहचान थी और पीड़िता के परिवार से भी उसकी बातचीत होती रहती थी.
महंत सत्यनारायण 7 साल से मेवली के मंदिर मे रह रहा था. घटना के दिन उसने महिला को फोन करके बुलाया था. यानी पूरी तैयारी के साथ सत्यनारायण ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया. वो भले ही सात साल से इस मंदिर में रह रहा था, लेकिन मूलरूप से वो बरेली के आवंला का रहने वाला है.
जानकारी के मुताबिक,आरोपी पुजारी इलाके के लोगों को दवाई भी देता था. पेट दर्द, कमर दर्द के इलाज के लिए लोग इसके पास मंदिर में आते थे. अभी तक पुलिस की जांच में इसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं निकला है. इसके दो भाइयों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. उनके खिलाफ भी पुराना केस नहीं निकला.
महंत सत्यनारायण की शादी नहीं हुई है. पर इलाके की कुछ महिलाओं से इसकी नजदीकियां थीं. कई बार महिलाएं इससे मिलने भी आती थीं. कहा जाता है कि कुछ महिलाओं से इसके नजदीकी संबंध भी थे, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
बुधवार को बदायूं जिले से हैवानियत की हदें पार करने वाली खबर सामने आई थी. उघैती इलाके में रविवार रात 50 वर्षीय महिला अपने गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी. जिसके बाद महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला था. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो गैंगरेप की पुष्टि हुई थी. पुलिस ने इस मामले में गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया था और तीन लोगों को नामजद किया.
इस केस के दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. जबकि मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था. गुरुवार को पुलिस ने उसे भी धर दबोचा.
सीएम योगी ने कहा था दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
इस घटना के चलते विपक्षी दलों ने यूपी सरकार को घेरने की कोशिश भी की. हालांकि सीएम योगी ने कहा था कि बदायूं की घटना अत्यंत निंदनीय है. अभियुक्तों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.