करनाल। हरियाणा के करनाल में पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठी चार्ज किया है. करनाल जिले के कैमला गांव में बीजेपी ने किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित किया था. यहां पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर किसानों के बातचीत करने वाले थे और उन्हें नए कृषि कानूनों का फायदा समझाने वाले थे. लेकिन तभी वहां पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे सैकड़ों किसान पहुंच गए. इस किसानों ने मुख्यमंत्री को काले झंड़े दिखाए और नारेबाजी.
मुख्यमत्री की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों और स्थानीय पुलिस ने किसानों को समझा-बुझाकर उन्हें तितर बितर करना चाहा. लेकिन किसान नहीं माने. यहां पर स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया और आंसू के गोले दागे हैं.
Karnal: Protesting farmers gather in Kaimla village where Haryana CM Manohar Lal Khattar will hold Kisan Mahapanchayat shortly.
Police use teargas to disperse protestors. pic.twitter.com/SxV5ivKKs9
Karnal: Protesting farmers gather in Kaimla village where Haryana CM Manohar Lal Khattar will hold Kisan Mahapanchayat shortly.
Police use teargas to disperse protestors. pic.twitter.com/SxV5ivKKs9
— ANI (@ANI) January 10, 2021
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर पानी की बौछारें छोड़ी है. मौके पर खूब हंगामा हुआ है और वहां पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
इस घटना की वे वीडियो में सैकड़ों किसान खेतों में भागते हुए दिख रहे हैं. पुलिस इन किसानों पर लाठियां बरसा रही है. कई किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं. किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ी. घटना के बाद किसान फिलहाल आस-पास के गांवों में चले गए हैं. यहां पर अब बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
इस बीच करनाल मुख्यमंत्री सीएम के के लिए बनाए गए स्टेज पर किसानों ने की तोड़फोड़ की है. प्रदर्शनकारी किसानों ने कुर्सियां टेबल तोड़ डाली है. मुख्यमंत्री के हेलीपैड पर भी किसान इकट्ठा हो गए हैं. अभी तक मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर यहां लैंड नहीं कर पाया है.
शर्म कीजिए खट्टर साहेब।
जब आप किसान महापंचायत कर रहे हैं तो वहाँ आने से किसानों को ही रोकने का मतलब क्या है?
मतलब साफ़ है-आपको किसानों से सरोकार न होकर केवल इवेंटबाजी से मतलब है।
याद रखिए, यही हाल रहा तो बिना पुलिस के आपका घर से निकलना नामुमकिन हो जाएगा।
काले क़ानून वापस लें। pic.twitter.com/SllwV6CjFy
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 10, 2021
इस घटना पर कांग्रेस ने सीएम खट्टर पर हमला किया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि खट्टर सरकार किसान महापंचायत का ढोंग बंद करें. सुरेजेवाला ने ट्वीट किया, “मा. मनोहर लाल जी, करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत का ढोंग बंद कीजिए. अन्नदाताओं की संवेदनाओं एवं भावनाओं से खिलवाड़ करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश बंद करिए. संवाद ही करना है तो पिछले 46 दिनों से सीमाओं पर धरना दे रहे अन्नदाता से कीजिए.”
आज जवान बनाम किसान होते होते बचा-कांग्रेस
सुरेजवाला ने कहा कि खट्टर साहेब की तमाम कोशिशों के बावजूद कैमला में हालात ‘जवान बनाम किसान’ होने से बच गए. उन्होंने कहा कि इतिहास में पहला मौका है जब दूसरे कार्यकाल के सवा साल के भीतर सीएम का अपने निर्वाचन वाले जिले में इतना जोरदार विरोध हुआ है. सुरजेवाला ने कहा कि जागने का समय है. आप गाम-राम से बड़े नहीं हैं. जन भावनाओं को समझें.