आर्थिक सर्वे में भी कोरोना से निपटने के योगी सरकार के प्रयासों का डंका, WHO भी कर चुका है तारीफ

लखनऊ। सोमवार (1 फरवरी 2021) को मोदी सरकार आम बजट पेश करेगी। शुक्रवार यानी 29 जनवरी को आर्थिक सर्वे (Economic Survey 2020-2021) पेश किया गया था। इसमें उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की जमकर तारीफ की गई है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के बाद अब मोदी सरकार ने भी कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के उत्तर प्रदेश के प्रयासों का लोहा माना है।

आर्थिक सर्वे में क्या कहा गया?

आर्थिक सर्वे में कहा गया, “उत्तर प्रदेश में स्वभाविक रूप से कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रसार की जितनी आशंका व्यक्त की जा रही थी, उससे बहुत कम मामले सामने आए हैं। 690 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर के घनत्व वाले प्रदेश की सरकार महामारी के प्रसार को प्रभावी तरीके से रोक लगाने में सफल रही है।”

आर्थिक सर्वेक्षण में वर्णित क्रॉस-कंट्री विश्लेषण में कहा गया है, “भारत कोविड -19 के प्रसार और घातक परिणाम दोनों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में सक्षम है। अनुमान से 37.1 लाख कम मामले सामने आए। अमेरिका में अनुमानित मामलों से 62.5 लाख अधिक मामले आए।”

WHO भी कर चुका है तारीफ

भारत सरकार से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी योगी सरकार की कोरोना वायरस प्रबंधन को लेकर तारीफ कर चुका है। WHO ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तकनीक की न सिर्फ तारीफ की थी, बल्कि अन्य देशों को अपनाने की सलाह भी दी थी। डब्‍ल्‍यूएचओ ने उत्तर प्रदेश की कोविड मैनेजमेंट रणनीति को सराहते हुए कहा था कि योगी सरकार की रणनीति प्रदेश में कोविड की रोकथाम करने में कारगर रही।

वैक्सीनेशन के मामले में भी नंबर-1 यूपी

कोरोना वायरस से जंग की बात हो, तो हर छोर पर योगी सरकार अपना दम दिखा रही है। प्रबंधन के बाद अब सरकार वैक्सीनेशन (Coronavirus Vaccination) में भी नंबर वन है। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में अब तक 2 लाख 95 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों के वैक्सीनेशन को 4 फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद 5 फरवरी से अन्य फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी।

उत्तर प्रदेश न केवल टीकाकरण में अग्रणी है, बल्कि इसने देश में सबसे अधिक टेस्ट करने का भी रिकॉर्ड बनाया है। राज्य में औसतन 1.5 लाख से अधिक COVID टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं, जो देश में सबसे अधिक हैं।

गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान जब लगभग हर राज्य की सरकारें राजस्व की समस्या पर हताश हो रही थीं उस समय यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार वाकई आपदा में अवसर खोजने के लिए प्रयासरत थी। उन्हीं कोशिशों का नतीजा है कि सरकार ने मात्र 8 माह में 26 लाख 62 हजार 960 लोगों को रोजगार मुहैया करवाने में सफलता पाई।