नई दिल्ली। तंजिला अनीस ने रविवार (फरवरी 14, 2021) को अपने विवादित ट्वीट के लिए माफी माँगी। उसने बजरंग दल कार्यकर्ता रिंकू शर्मा की हत्या के बाद एक ट्वीट किया था। इसके बाद उस पर अप्रत्यक्ष तौर पर हत्या को जायज ठहराने का आरोप लगा था। इसे देखते हुए म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ‘गाना (Gaana)’ ने तंजिला को नौकरी से निकाल दिया था।
अपने माफीनामे में तंजिला अनीस ने उन लोगों से बिना शर्त माफी माँगी, जो उसके हालिया ट्वीट से आहत थे। उसने कहा, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूँ कि मेरा उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं या आस्था को आहत करना नहीं था। अगर मैंने अनजाने में ऐसा किया है, तो उसके लिए बिना शर्त माफी माँगती हूँ।”
तंजिला अनीस ने यह भी कहा कि वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट को डिएक्टिवेट कर देगी। फिलहाल वह अपने ट्वीट और सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट करने में लगी है। हालिया विवाद के दौरान उसके कई पुराने हिंदूफोबिक ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट भी वायरल हुए थे।
माफीनामे में उसने कहा, “मैंने अपनी नौकरी भी खो दी है और इस महान राष्ट्र की बेटी के रूप में कुछ गोपनीयता चाहती हूँ।” फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि उसके खिलाफ दायर आपराधिक शिकायत पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं।
बता दें कि रिंकू शर्मा की निर्मम हत्या के बाद तंजिला अनीस ने एक ट्वीट किया था। इसमें कहा गया था: बजरंग दल का कार्यकर्ता। इतना काफी है। विवाद होने पर उसने ट्वीट डिलीट करते हुए सफाई देते हुए कहा था कि उसे हत्या के बारे में जानकारी नहीं थी। उसके ट्वीट का मकसद केवल यह बताना था कि ‘कट्टरपंथी संगठन’ बजरंग दल से जुड़े व्यक्ति को ‘एक्टिविस्ट’ नहीं कहा जाना चाहिए।
‘गाना’ ने तंजिला को नौकरी से निकालते हुए सोशल मीडिया में जारी एक बयान में कहा था, “गाना देश के सभी धर्मों और समुदायों को सम्मान करता है। हाल ही में ज्वाइन करने वाली एक कर्मचारी के सोशल मीडिया पोस्ट के आलोक में हमारा कहना है कि यह हमारे मूल्यों का प्रतिनिधित्व नहीं करता। अब वह कंपनी की कर्मचारी नहीं है।”
उससे पहले तंजिला के खिलाफ चंडीगढ़ में आपराधिक शिकायत की गई थी। साथ ही चंडीगढ़ भाजपा के प्रवक्ता गौरव गोयल ने उसे निकाल बाहर करने की माँग ‘Gaana’ से की थी। गोयल ने ‘Gaana’ के CEO प्रशान अग्रवाल को पत्र लिखकर उनकी कंटेंट हेड तंज़िला पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने और राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के कारण रिंकू शर्मा की हत्या का जश्न मनाने का आरोप लगाया था।