डाक्टर कुमार हेमंत ने ड्रीम वैली फार्म हाउस में लगाया है ओवेस्टर मशरूम, हो रही अच्छी आमदनी
लखनऊ। बिना उपजाऊ भूमि के भी आप अच्छी आमदनी कर सकते हैं। इसके साथ ही आपके स्वास्थ्य के लिए भी सबसे उपयुक्त रहेगा। वह कार्य है मशरूम की खेती। मात्र 10 गुणा 10 फिट के मकान आसानी मशरूम के बीज के सौ बैग आसानी से टांगे जा सकते हैं। इससे दो कुंतल मशरूम निकल जाएगा। उसे सूखाने पर 25 किलो मशरूम निकलता है और ओवेस्टर मशरूम बाजार में लगभग 2000 रुपये किलो मिलता है। इस हिसाब से 50 हजार रुपये 10 गुणा 10 के घर में तीन माह में आसानी से निकल सकता है।
लखनऊ के किसान पथ पर राजेश राय के ड्रीम बैली फार्म हाउस में बने एक घर में ओवैस्टर मशरूम लगाकर डाक्टर कुमार हेमंत ने काफी अच्छा फायदा कमाया है। उन्होंने इस संबंध में बताया कि हमने 14000 बैग लगाया है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि 100 बैग को लगाने में नौ से 10 हजार रुपये खर्च आता है और आमदनी 50 हजार रुपये का मशरूम तीन माह में निकल जाता है।
डाक्टर कुमार हेमंत ने बताया कि इसके लिए राजेश राय ने इसके लिए प्रोत्साहित किया और अपना फार्म हाउस इसे लगाने के लिए दिया। उनका इसमें बहुत बड़ा योगदान है। डाक्टर हेमंत ने बताया कि 100 बैग में मशरूम लगाने के लिए भूसा दो कुंतल लगता है। भूसे को ड्रम में पानी डालकर उसमें फार्मोलिन, बेवस्टीन मिलाकर भूसे को ठोस बना लिया जाता है। इसके बाद सौ बैग में 18 से 20 किलो ओवेस्टर का बीज लगता है, जिसे लेडर बनाकर पालिथीन में बीच-बीच में विधि पूर्वक डालकर उसे टांग दिया जाता है। एक सप्ताह में जब उसमें सफेद दिखने लगे तो पालीथिन को काटकर निकाल दिया जाता है। दो से ढाई माह में ओवेस्टर मशरूम तैयार हो जाता है।
डाक्टर कुमार हेमंत नेचुरोपैथी से एमडी किये हुए हैं। मूलत: कुशीनगर के रहने वाले कुमार हेमंत का कहना है कि किसानों की स्थिति को देखकर हमने पहले आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू किया। अब तक जैविकम एग्रो के माध्यम से 25 हजार से अधिक किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दे चुके हैं। अभी कारवां लगातार बढ़ता जा रहा है।
मशरूम के संबंध में बीएचयू के पंचकर्म विभाग के विभागाध्यक्ष डाक्टर जेपी सिंह ने बताया कि प्रोटीन से लेकर तमाम पोषक तत्वों की भरपुर मात्रा होने के कारण शाकाहार में मशरूम का उत्पाद स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। इससे कैंसर रोधी भी माना जाता है। इसके सेवन से कई तरह के कैंसर से बचा जा सकता है।