नई दिल्ली। नए साल के पहले महीने में कड़ाके की ठंड पड़ी। फरवरी के पहले हफ्ते में भी ठंड का असर रहा, लेकिन एक हफ्ते पहले अचानक मौसम बदल गया। ठंड अप्रत्याशित रूप से कम हो गई। अब धूप भी तीखी लगने लगी है। लोग मानने लगे हैं कि ठंड जा चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सचमुच ठंड खत्म हो गई और अगर हां तो ऐसा क्यों हुआ? पढ़एि यह रिपोर्ट..
कैसा रहा मौसम का मिजाज
उत्तर और पश्चिमोत्तर भारत के पहाड़ी से लेकर मैदानी इलाकों तक में कड़ाके की ठंड रही। हालांकि, देश का औसत मासिक न्यूनतम तापमान पिछले 62 वर्षो में सबसे ज्यादा रहा, लेकिन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ व जम्मू-कश्मीर में लंबे समय तक ठंड बनी रही। वर्ष 2020 के मुकाबले इस साल सर्दी के मौसम में कड़ाके की ठंड वाले दिनों की संख्या कम रही। जनवरी में निम्न अक्षांश वाले क्षेत्रों में कम और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ बना। विशेषज्ञ कहते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों में ही बना रहा।
उत्तर भारत के मैदान क्षेत्र में शीत लहर न चलने और ठंडे दिनों (जिस दिन न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम हो) की कमी के कारण तापमान में वृद्धि होने लगी। इस साल दिल्ली और देहरादून समेत कई जगहों पर इन दिनों तापमान सामान्य से अधिक है। 11 फरवरी को नई दिल्ली में 30 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 7.7 डिग्री ज्यादा था। विशेषज्ञों का मानना है कि पूर्वी लहरों के दबाव व मध्य भारत में विभिन्न प्रकार की मौसम प्रणाली की मौजूदगी की वजह से शीत लहरें उत्तर भारत में नहीं पहुंच पाईं। इसकी वजह से सामान्य तापमान में 5-7 डिग्री की उछाल आ गई। टेबलदिल्ली का मौसम, वर्ष 2021 (डिग्री सेल्यिस में)तिथि, अधिकतम, न्यूनतमनौ फरवरी, 24.6, 7.810 फरवरी, 26.5, 10.211 फरवरी, 30.4, 9.612 फरवरी, 26.1, 10.213 फरवरी, 27.4, 10.814 फरवरी, 26.6, 8.615 फरवरी, 82.7, 9.916 फरवरी, 29.5, 11.6
कैसे प्रभावित होती है ठंड
दो दिनों में मध्य भारत में कई मौसम प्रणालियों की मौजूदगी और पूर्व से आने वाली नम हवाओं के उनके साथ मिलने की वजह से इस क्षेत्र में 19 फरवरी तक गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, महाराष्ट्र, दक्षिण कर्नाटक, झारखंड व ओडिशा में हल्की बारिश भी हो सकती है। अगले दो-तीन दिनों में महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में तेज बारिश व ओलावृष्टि भी हो सकती है। इसके परिणाम स्वरूप जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में मौसम के ठंडा होने की उम्मीद नहीं है।
क्या खत्म हो गई ठंड
अधिकारी बताते हैं कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग जनवरी व फरवरी को ठंड का मौसम मानता है। भले ही 20 फरवरी तक तापमान में वृद्धि होती रहेगी, लेकिन ठंड अभी खत्म नहीं हुई है। उम्मीद है कि 20 फरवरी के बाद पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से गुजरेगा। इसकी वजह से जम्मू-कश्मीर में बारिश व बर्फबारी होगी और दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ आदि क्षेत्रों के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आएगी। इसके बाद ठंड का मौसम समाप्त होने लगेगा। 25 फरवरी के बाद तापमान में 2-4 डिग्री का इजाफा होगा और जम्मू-कश्मीर व शिमला जैसे पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर शेष भारत में दिन का तापमान 22-30 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा।
यूपी, एमपी में बारिश का है अनुमान
मौसम विभाग का अनुमान है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम खुश्क रहने का अनुमान है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल, बालाघाट में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है। साथ ही यहां पर तूफान और बिजली कड़कने के साथ ओले गिरने की भी संभावना है। विदर्भ इलाके में भी अगले 24 घंटों के भीतर बारिश का अनुमान है। इसके बाद, मराठवाड़ा और महाराष्ट्र में भी ओलों के साथ बारिश हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में 21 फरवरी को बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग की ओर से उत्तराखंड में हिमपात की चेतावनी दी गई। चमोली जिले में 7 फरवरी को ग्लेशियर बर्स्ट के बाद, बर्फबारी के अलर्ट को लेकर प्रशासन सतर्क है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर समेत के कई इलाकों की खातिर भी बर्फबारी की चेतावनी है। इन राज्यों में हल्की बारिश होने के भी आसार हैं। मैदानी इलाकों में इस हफ्ते तापमान में गिरावट जारी रहेगी।