कॉन्ग्रेस MLA के ठिकानों पर IT रेड में बरामद हुए ₹8.10 करोड़ कैश, 100 करोड़ के हेरा-फेरी के सबूत

आयकर विभाग (Income Tax) की टीमें बीते 3 दिनों से मध्य प्रदेश के बैतूल से कॉन्ग्रेस विधायक निलय डागा के अलग-अलग राज्यों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी अभियान चला रही थीं। कॉन्ग्रेस विधायक के ठिकाने मध्य प्रदेश के अलावा भी कई प्रदेशों में मौजूद हैं, जिनमें से एक है महाराष्ट्र का सोलापुर। आयकर विभाग ने कॉन्ग्रेस विधायक के उस ठिकाने से 7.5 करोड़ रुपए नगद बरामद किए हैं। आयकर विभाग की टीमें शनिवार (20 फरवरी 2021) को कॉन्ग्रेस विधायक निलय डागा के यहाँ पहुँची थीं, तभी से इनके तमाम ठिकानों पर छापेमारी जारी है।

दरअसल, रविवार को कॉन्ग्रेस विधायक के महाराष्ट्र स्थित सोलापुर ठिकाने पर छापा मारा गया था। वहाँ से इतनी करेंसी बरामद की गई कि अधिकारियों को नोट गिनने की मशीन लगानी पड़ी। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ वहाँ से लगभग 7.5 करोड़ रुपए नगद बरामद किए गए थे। इसके अलावा छापे के दौरान वहाँ मौजूद एक कर्मचारी बैग के साथ भागते हुए पकड़ा गया था। बैग नोटों से भरा हुआ था, खोजबीन के दौरान इसी ठिकाने से नोटों से भरे कई बैग बरामद किए गए। कार्रवाई के बाद आयकर अधिकारियों ने निलय डागा से पूछताछ की और उतनी राशि का कोई स्रोत नहीं बता सके। नतीजतन आयकर विभाग ने रकम जब्त कर ली।

इसके पहले हुई छापेमारी की कार्रवाई में कॉन्ग्रेस विधायक के बैतूल समेत अन्य ठिकानों से 60 लाख रुपए मिले थे। ये और सोलापुर में बरामद किए गए रुपए मिला कर कुल राशि 8.10 करोड़ हो चुकी है। आयकर विभाग द्वारा जब्त की गई राशि इतनी ज़्यादा थी कि रविवार (21 फरवरी 2021) होने के बावजूद इन रुपयों को जमा कराने के लिए सोलापुर बैंक की दो शाखाओं को विशेष रूप से खुलवाया गया। आयकर विभाग की भोपाल शाखा द्वारा मारे गए छापों में पहली बार इतनी भारी मात्रा में नगद बरामद किया गया है।

रिपोर्ट्स में यहाँ तक दावा किया गया है कि कॉन्ग्रेस विधायाक निलय डागा और उनके भाइयों का कोलकाता की 24 कंपनियों से फर्जी लेनदेन जारी था। इसके पीछे की मूल वजह टैक्स की चोरी बताई जा रही है, बरामद दस्तावेज़ों के मुताबिक़ डागा बंधुओं ने इन कंपनियों से लगभग 100 करोड़ रुपए तक का लेन देन किया था। इसके अलावा उन्होंने कई बड़े भुगतान नगद रूप से किए हैं। छापेमारी के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों को इस बात के सबूत मिले हैं कि निलय डागा की कंपनियों ने हवाला के ज़रिए विदेशों में भी रुपयों का लेन- देन किया।

इसके पहले 2019 में आम चुनावों के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के ठिकानों पर छापा पड़ा था। इस छापे में लगभग 12 करोड़ रुपए की राशि बरामद की गई थी लेकिन यह छापा दिल्ली आयकर विभाग ने मारा था। इस छापे के बाद भी कॉन्ग्रेस की काफी बड़े पैमाने पर किरकिरी हुई थी।