भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के 28 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी ने गुरुवार रात चौथी सूची जारी की. इस सूची में अभी तक होल्ड पर रखी गई पन्ना विधानसभा सीट से बीजेपी ने मंत्री कुसुम सिंह महदेले का टिकट काट दिया है. लेकिन पन्ना से सटी सीट पवई भी चर्चा में आ गई. इस सीट के चर्चा में आने की दो वजहें रहीं. एक तो पवई सीट से बीजेपी ने सपा की ओर 5 नवंबर को नामांकन भर चुके जिला पंचायत सदस्य प्रहलाद सिंह लोधी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया.
प्रहलाद बीजेपी से टिकट मांग रहे थे लेकिन उनकी मांग को दरकिनार करते हुए पार्टी ने बृजेंद्र प्रताप सिंह को टिकट दिया था. बाद में प्रहलाद ने सपा से पर्चा दाखिल कर दिया. दूसरी वजह यह रही कि बृजेंद्र प्रताप सिंह को पन्ना से टिकट दे दिया. पवई में कई नेता उनका विरोध कर रहे थे.
आनन-फानन में फिर से ली पार्टी की सदस्यता
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने प्रहलाद को टिकट देने ले संकेत दो-चार दिन पहले ही दे दिए थे. कल शाम लोधी को प्रदेश कार्यालय में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लूणावत ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस अवसर पर प्रदेश कार्यालय मंत्री श्री सत्येन्द्र भूषण सिंह उपस्थित थे. देर रात जारी सूची में उन्हें पवई से टिकट दे दिया गया.
पवई सीट पर पिछले कुछ अर्से से बीजेपी-कांग्रेस में शाह-मत का खेल जारी है. 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुकेश नायक ने इस सीट पर बृजेंद्र प्रताप सिहं को हराया था. इससे पहले, 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बृजेंद्र प्रताप सिंह ने मुकेश नायक को पटखनी दी थी. 2003 में भी बृजेंद्र प्रताप सिंह यहां से जीते थे. कांग्रेस ने एक बार फिर से मुकेश नायक पर भरोसा जताया है. बीजेपी ने भी बृजेंद्र प्रताप सिंह को टिकट दिया था लेकिन अब उन्हें पन्ना से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है. इस बार मुकेश नायक और प्रहलाद सिंह लोधी के बीच टक्कर देखने को मिलेगी.
बृजेंद्र प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ीं
पूर्व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है. सिंह अभी तक पवई क्षेत्र में चुनाव की तैयारी कर रहे थे लेकिन अचानक विधानसभा क्षेत्र बदल जाने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं. अब सिंह को आनन-फानन में पन्ना विधानसभा क्षेत्र के अपनी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ-साथ लोगों से संपर्क बढ़ाना होगा. पन्ना विधानसभा क्षेत्र में अजयगढ़ व पन्ना नगरीय क्षेत्र आता है. बृजपुर, पहाड़ीखेड़ा, धरमपुर और मड़ला जैसे ग्रामीण क्षेत्र आते हैं.