अयोध्या जमीन विवाद : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने वेबसाइट पर डाला खरीद-फरोख्त का ब्यौरा

अयोध्या। जमीन खरीद विवाद में घिरे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार को राम मंदिर विस्तार के लिए खरीदी गई संपूर्ण जमीन का ब्यौरा अपने अधिकृत वेबसाइट पर अपलोड किया है।

ट्रस्ट की तरफ से दावा किया गया है कि राम मंदिर के लिए विस्तारीकरण के दरमियान खरीदी गई जमीन को पूर्ण रूप से पारदर्शिता के साथ खरीदा गया है, जिसमें सभी तरीके के कर चुकाए गए हैं और पैसा खातों में ही ट्रांजैक्शन किया गया है।
राम मंदिर ट्रस्ट ने दावा किया है कि बाग बिसेसर में 1.2080 हेक्टेयर (100 बीघा) भूमि 1423 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर से अनुबंधित की गई थी, जो मार्केट वैल्यू से कम है।

ट्रस्ट ने साफ किया है कि जिस व्यक्ति से यह जमीन खरीदी गई है, उस का अनुबंध 2011 से ही उक्त जमीन पर चल रहा था। जमीन के लोकेशन को लेकर ट्रस्ट जमीन खरीदने की बात तय की थी। 242 गाटा संख्या में जिस जमीन पर चर्चा की गई थी, उस पर 3 मुस्लिम समेत नौ लोगों का एग्रीमेंट चल रहा था। सभी से वार्ता कर सहमति लेने के बाद पूर्ण पारदर्शिता के साथ जमीन खरीदी गई, जिसमें 17 करोड़ रुपया करार किए हुए व्यक्तियों के खातों में आरटीजीएस किया गया।
राम मंदिर ट्रस्ट ने 4 प्लाट मंदिर और आश्रम को मिलाकर पहले भी खरीद चुका है और आगे भी इस प्रक्रिया को किया जाना है। सब कुछ विधि सम्मत है। ट्रस्ट ने वेबसाइट पर 2011 से और अब तक हुए अनुबंध का पूरा ब्यौरा भी प्रस्तुत किया है।

उल्लेखनीय है कि राजधानी लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए आप नेता संजय सिंह ने बताया कि एक जमीन जो दीप नारायण ने 20 लाख रुपए में खरीदी, राम जन्मभूमि को ढाई करोड़ में बेची दी गई। वहीं मेयर के भतीजे ने एक जमीन जिसकी कीमत 27 लाख रुपए थी, राम मंदिर ट्रस्ट को एक करोड़ में बेची।
इससे पहले भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में जमीन खरीद में घोटाले के आरोप पर रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट में जमीन खरीद में घोटाले के संबंध में लगाए जा रहे आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया है।