‘ईसाई बन जा तुम्हें किसी चीज की कमी नहीं होने देंगे’, धर्मान्तरण करने वाली महिला परिवार पर बना रही दवाब: CM से लगाई मदद की गुहार

बहराइच/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक के बाद एक करके तीन हिंदू परिवारों ने धर्मांतरण कर ईसाई धर्म अपना लिया है। ताजा मामले में रिसिया थाना क्षेत्र के एक गाँव में परिवार की महिला ने ईसाई धर्म अपना लिया और अब वह परिवार के बाकी लोगों पर धर्मान्तरण करने का दवाब बना रही है। इसके बाद परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, रिसिया थाना क्षेत्र के शाहनवाजपुर गाँव में अब तक तीन परिवारों ने धर्मान्तरण कर लिया है। यहीं के रहने वाले स्थानीय नागरिक बबलू ने जिले के जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपने छोटे भाई की पत्नी के धर्मान्तरण करने और घर के बाकी सदस्यों पर भी धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पन्ने लाल के छोटे भाई की पत्नी अनीता (22) ने ईसाई धर्म अपना लिया है।

पत्र में बबलू ने उल्लेख किया है कि अनीता ने घर से सभी देवी-देवताओं की तस्वीर और मूर्तियों को बाहर फेंक दिया है। उसे रोज रात 12 बजे एक पादरी फोन करता है और उसे परिवार के लोगों को धर्मान्तरण कराने के लिए कहता है। वह उससे धर्मान्तरण कराने का लालच भी देता है। बबलू के मुताबिक, अनीता उसकी पत्नी और उस पर भी धर्मान्तरण करने का दबाव बना रही है।

बबलू ने कहा, “वह कहती है कि इस धर्म (ईसाई) को अपना लो, तुम्हें किसी भी चीज की कमी महसूस नहीं होने देंगे। मेरी शादी के दो वर्ष हो चुके हैं। मेरे छोटे भाई की पत्नी कहती है कि इस धर्म को नहीं अपनाओगे तो तुम्हें बच्चे नहीं होंगे।” महिला कहती है कि ईसाई उसकी सारी जरूरतें पूरी करते हैं और उसे कभी भी पैसे की कमी नहीं महसूस होने देते हैं।


साभार: एनबीटी

बबलू का कहना है कि उसी गाँव में सुनीता का मायका है और उसके मायके वालों ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है। हालाँकि, पुलिस और प्रशासन इन खबरों से इनकार कर रहा है, लेकिन हिंदू संगठन धर्मान्तरण किए जाने की पुष्टि कर रहे हैं। पूर्व ग्राम प्रधान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने खुलासा किया है कि क्रिश्चियन मिशनरियों के संपर्क में आकर अब तक 40 परिवारों ने धर्मान्तरण कर लिया है।

वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक नगर कुँवर ज्ञानंजय सिंह के मुताबिक, गाँव जाकर जाँच की गई है और ये खबरें गलत पाई गई हैं। हालाँकि, हिंदू संगठनों ने प्रशासन द्वारा धर्मान्तरण की साजिश को दबाने पर नाराजगी जताई है।