लखनऊ। यूपी के प्रतापगढ में बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता पर हमले तथा पथराव मामले में शासन ने एक्शन लेना शुरु कर दिया है, मामले में लालगंज सीओ जगमोहन यादव को निलंबित कर दिया गया है, बता दें कि आईजी केपी सिंह ने घटना के बाद ही सीओ की लापरवाही की रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें उन्हें सरकारी कार्य में लापरवाही, अदूरदर्शिता का दोषी माना गया, कहा गया कि 2 राजनीतिक दलों के एक कार्यक्रम में जाने पर पर्याप्त फोर्स नहीं लगाई गई।
प्रतापगढ की घटना का सीएम योगी ने खुद संज्ञान लिया है, सूत्रों के अनुसार संगम लाल गुप्ता को लखनऊ बुलाया गया है, 1 बजे के बाद मिलने का समय दिया गया है, बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव तथा सांसद संगम लाल गुप्ता से सीएम योगी आज मुलाकात करेंगे, सीएम मुलाकात कर उनके साथ हुई घटना की जानकारी लेंगे, सीएम से मिलने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से भी मिलेंगे।
आपको बता दें कि शनिवार देर शाम बीजेपी सांसद की तहरीर पर लालगंज कोतवाली में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, उनकी बेटी तथा रामपुर खास से कांग्रेस विधायक अराधना मिश्रा (मोना) समेत 27 नामजद तथा 50 अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमला, बलवा समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दरअसल सांगीपुर ब्लॉक सभागार में शनिवार को गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया था, जिसमें जारी प्रोटोकॉल के अनुसार सांसद संगम लाल गुप्ता को बतौर मुख्य अतिथि दोपहर 1 बजे पहुंचना था, लेकिन वो देर से पहुंचे, इस बीच कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और उनकी विधायक बेटी करीब 2 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गये, उन्हें समर्थक नारेबाजी करते हुए मंच तक ले गये, ठीक 5 मिनट बाद बीजेपी सांसद भी वहां पहुंच गये, तो उनके समर्थक भी नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गये। अचानक माहौल गरमा गया, दोनों के समर्थकों ने नारेबाजी करनी शुरु कर दी, इसके बाद समर्थकों में मारपीट शुरु हो गऊ, प्रमोद तिवारी से धक्का-मुक्की हुई, अराधना मिश्रा का मोबाइल फोन गायब हो गया, मारपीट से सभागार में भगदड़ मच गई, स्थितियां ऐसी हो गई कि कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी सांसद को जान बचाकर भागना पड़ा, कहा जा रहा है कि सांसद को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने की कोशिश की गई, इसी क्रम में वो सड़क पर गिर पड़े, जिससे घायल हो गये।