स्वामी प्रसाद मौर्य की गिरफ्तारी का वारंट जारी, धार्मिक भावनाएं भड़काने पर कोर्ट का आदेश

लखनऊ/सुल्तानपुर।उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. सुल्तानपुर के कोर्ट ने उनको आगामी 24 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है.

साफ कर दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ यह नया गिरफ्तारी वारंट नहीं है. वारंट पहले से जारी था, लेकिन इन्होंने हाईकोर्ट से 2016 से इस पर स्टे ले रखा था. इसी 6 जनवरी को MP-MLA कोर्ट ने मौर्य को 12 जनवरी को हाजिर होने को कहा था, जब वह हाजिर नहीं हुए तो वारंट पूर्ववत जारी कर दिया गया.

बीजेपी छोड़ने का ऐलान 

स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों यूपी की राजनीति के सबसे ज्यादा चर्चित चेहरों में शुमार हैं. मालूम हो कि मौर्य ने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और पिछड़ों दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बीजेपी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. इशारा मिला है कि मौर्य समाजवादी पार्टी जॉइन करेंगे, लेकिन अभी उन्होंने सपा आधिकारिक तौर पर जॉइन नहीं की है. ‘आजतक’ से बातचीत में मौर्य ने कहा है कि 14-15 तारीख को वह इस बारे में फैसला लेंगे.

स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और BJP सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा है कि उनके पिता ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा जरूर दिया है लेकिन उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन नहीं की है. साथ ही संघमित्रा ने कहा है कि वह खुद बीजेपी में ही रहेंगी. अखिलेश संग आई स्वामी प्रसाद मौर्य की तस्वीर पर बेटी संघमित्रा मौर्य ने कहा कि  ऐसी तस्वीर 2017 में भी समाजवादी पार्टी के लोगों ने जारी की थी.

मौर्य ने दिए बीजेपी को झटके 

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद मंगलवार को तीन और भी विधायकों ने बीजेपी छोड़ दी है. इनमें बांदा (Banda) जिले की तिंदवारी विधानसभा से विधायक ब्रजेश प्रजापति, शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर से विधायक भगवती सागर शामिल हैं. खबर के मुताबिक, इन विधायकों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में बीजेपी को छोड़ा है.