बीजिंग। भारत आए अमेरिकी जनरल ने पूर्वी लद्दाख में चीन की गतिविधि को आंख खेलने वाला करार दिया था। चीन के विदेश मंत्रालय (MoFA) ने गुरुवार को बताया कि चीन और भारत के पास इतनी क्षमता है कि ये आपस में वार्ता के जरिए सीमा का मसला हल कर सकते हैं। साथ ही अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां के अधिकारी आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिकी आर्मी के पैसिफिक कमांडिंग जनरल चार्ल्स ए फ्लिन के चार दिवसीय भारत दौरे के समय दिए गए बयान के बाद चीन ने यह प्रतिक्रिया दी है। मीडिया के साथ बातचीत के दौरान अमेरिकी अधिकारी ने लद्दाख सेक्टर में भारत की सीमा पर चीन द्वारा विकसित किए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर आगाह किया था। उन्होंने इलाके में चीन की गतिविधियों को ‘अलार्मिंग’ करार देते हुए चौकन्ना रहने की सलाह दी थी।
एक प्रेस कान्फ्रेंस में चीन के विदेश मंत्री झाओ लिजियान ने कहा, ‘कुछ अमेरिकी अधिकारियों ने ऊंगली उठाकर चिंगारी को हवा देने का काम किया और दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा करने की कोशिश की। यह सही नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका अधिक काम कर सकता है जो क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कायम करने में सहायक होगा।’ भारत ने गुरुवार को कहा था कि यह सावधानी के साथ अपनी सीमाओं की निगरानी कर रहा है।