नई दिल्ली। भारतीय सेना (Indian Army) में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई योजना अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के खिलाफ हुए आंदोलन से भारतीय रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ. इसको लेकर केंद्र सरकार ने संसद में बड़ी जानकारी दी. केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार को राज्यसभा में जानकारी देते हुए कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन से रेलवे को 259.44 करोड़ का नुकसान हुआ.
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में जमकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था. अग्निपथ के खिलाफ युवाओं के आंदोलन से देशभर में करीब 2000 से ज्यादा ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा था. शुक्रवार को रेलमंत्री ने संसद को जानकारी देते हुए कहा कि आदोंलन के दौरान 2132 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा. इस बात की जानकारी रेल मंत्री ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में दिया. उन्होंने बताया कि ये सभी ट्रेने महज एक सप्ताह के अंदर रद्द की गई थीं.
रेल मंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना के लागू होने के बाद इसको लेकर हुए विरोध प्रदर्शन से जो रेल सेवाएं बाधित हुईं उसके लिए यात्रियों को कितनी राशि दी गई फिलहाल अभी इसका कोई डेटा उपलब्ध नहीं है. उन्होनें बताया कि 14 जून 2022 से लेकर 30 जून 2022 तक ट्रेनों के रद्द होने और आंदोलन के दौरान रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के कारण रेलवे को करीब 259.44 करोड़ का नुकसान हुआ है.
रद्द की गईं सभी ट्रेने हुईं बहाल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आंदोलन के दौरान जो भी ट्रेन रद्द की गईं थी उन्हें बहाल कर दिया गया है. इससे पहले रेलवे मंत्री ने लोकसभा में लिखित में जानकारी देते हुए बताया कि अग्निपथ योजना के खिलाफ जो आंदोलन हुए उसमें रेलवे परिसरों में जो प्रदर्शन हुए उसकी वजह से दो लोगों की मौत हो गई जबकि 35 लोग घायल हुए. इसके साथ ही रेलवे परिसर से 2,642 उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया गया.