पटना। नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार की बागडोर संभालने के लिए तैयार हैं। जेडीयू के नेता नीतीश बुधवार दोपहर दो बजे बिहार के नए मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ लेंगे। जबकि, राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री होंगे। सूत्र बता रहे हैं कि बुधवार को सिर्फ नीतीश और तेजस्वी ही शपथ लेंगे। कैबिनेट विस्तार बाद में किया जाएगा।
164 विधायकों का समर्थन
इससे पहले राजभवन में विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने दावा किया कि उनके साथ सात पार्टियों का समर्थन है। जिसमें 164 विधायक हैं। इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक का भी सपोर्ट है।
खबर तो नई सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर भी आई है. कहा जा रहा है कि 35 मंत्रियों का एक मजबूत मंत्रिमंडल देखने को मिल सकता है. इसमें दोनों जेडीयू और आरजेडी के खाते में 14 मंत्रालय जा सकते हैं. वहीं कांग्रेस को तीन और लेफ्ट को दो मंत्रालय दिए जा सकते हैं. जीता राम मांझी की पार्टी को भी एक मंत्रालय दिया जा सकता है. अभी तक मंत्रिमंडल को लेकर कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन नीतीश कुमार ने महागठबंधन के सहयोगियों के साथ मिलकर चर्चा शुरू कर दी है.
विपक्ष में अकेले बैठेगी भाजपा
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा का काम सिर्फ छोटे दलों को नष्ट करना है। इस बार बिहार में ऐसा नहीं होगा। बिहार में सभी पार्टियों का हमे समर्थन है। ऐसे में विधानसभा में विपक्ष पर भाजपा अकेले बैठे नजर आएगी।
भाजपा कोर ग्रुप की बैठक
इससे इतर पटना में भाजपा कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक में रविशंकर प्रसाद, शाहनवाज हुसैन और गिरिराज सिंह समेत कई नेता मौजूद थे। गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जनता के साथ धोखा किया है। जनता उन्हें जरूर सबक सिखाएगी। वहीं, रविशंकर प्रसाद ने भाजपा द्वारा उनकी पार्टी तोड़ने की बात नीतीश से पूछा सवाल। कहा कि हमारे साथ कैसे और क्यों आए थे, यह याद दिलाना जरूरी। उन्होंने कहा कि आपने लालू को छोड़ा था। हम चारा घोटाले की लड़ाई लड़ रहे थे। मैं वकील था, सुशील मोदी पेटिशनर थे। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आपने समता पार्टी बनाई थी। आप भाजपा के साथ रहे क्योंकि जंगलराज परिवारवाद लूट के खिलाफ थे।