जुमे पर मस्जिद उड़ाने की धमकी देने वाला निकला मोहम्मद समद, यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार: मौलवी को गोली मारने की भी दी थी धमकी

बरेली जामा मस्जिदबरेली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में जामा मस्जिद को बम से उड़ाने और इमाम को गोली मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने मोहम्मद समद नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मोहम्मद समद पर आरोप है कि उसने 7 सितम्बर, 2022 (बुधवार) को मस्जिद की दीवार पर धमकी भरे पोस्टर चिपकाए थे। समद ने पुलिस के आगे अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला किला थानाक्षेत्र का है। यहाँ की जामा मस्जिद के आगे 7 सितम्बर 2022 को मस्जिद की दीवारों पर एक पोस्टर चिपका था, जिसमें लिखा था, “किसी भी जुमे को मस्जिद में बम रखा जाएगा। इस इमाम को निकाला जाए। मस्जिद से दूर रहे खुर्शीद आलम। खुर्शीद आलम को निकाला जाए। नहीं निकला तो गोली पड़ेगी।” पुलिस ने उसी दिन केस दर्ज कर के मामले की जाँच शुरू कर दी।

समद द्वारा चिपकाया गया पोस्टर

पुलिस ने जाँच के बाद इस हरकत का आरोपित मोहम्मद समद को पाया। पुलिस के आगे समद ने अपने कृत्य को स्वीकार किया। पुलिस ने समद का वीडियो भी जारी किया है, जिसमें वो कह रहा कि उसने शरारत में पोस्टर चिपका दिया और दुबारा ऐसी गलती नहीं करेगा। वीडियो में समद ये मान रहा है कि वो जामा मस्जिद के इमाम को निकलवाना चाह रहा था। समद ने इमाम से अपनी नाराजगी की वजह उनके द्वारा DJ न प्रयोग करने की सलाह को बताया।

बरेली पुलिस के मुताबिक, 7 सितंबर, 2022 को सुबह 6 बजे जामा मस्जिद की दीवार पर चस्पाए धमकी भरे पत्र में इमाम खुर्शीद आलम को गोली मारने की बात कही गई थी। इस मामले की जाँच करते हुए नसीम अहमद के 25 वर्षीय बेटे मोहम्मद समद को हिरासत में लिया गया। पुलिस के मुताबिक, समद ने क्षेत्र के सम्मानित व्यक्तियों के आगे पर्चा लगाना कबूल किया है। पुलिस के अनुसार, मस्जिद के इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने ईद मीलाद उन-नबी पर निकलने वाले जुलूस में डीजे न बजाने की अपील की थी, जिस से समद नाराज था। पुलिस के अनुसार, मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

इमाम खुर्शीद के मुताबिक, वो 2013 से जामा मस्जिद में इमामत करते थे और उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी। धमकी के बाद उन्होंने इसे किसी की शरारत बताया था और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात भी कही थी।