पटना। राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में पहचान बना चुके प्रशांत किशोर ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जबर्दस्त तंज किया है. प्रशांत कुमार ने कहा, ’17 साल सीएम रहने के बाद नीतीश कुमार ने माना है कि 10 लाख नौकरियां दी जा सकती हैं. वह एक बड़े नेता हैं, उन्हें ए टु जेड से सब कुछ पता है जबकि दूसरों को कुछ नहीं पता. प्रशांत किशोर ने कहा कि 12 महीने बीतने दें, फिर मैं पूछूंगा कि कौन ‘एबीसी’ जानता है और कौन ‘एक्सवाईजेड’.
दरअसल, एक दिन पहले बुधवार को दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर यानी पीके पर तीखा तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि प्रशांत किशोर को बिहार के बारे में एबीसी भी नहीं पता है. गुरुवार को नीतीश कुमार के इसी तंज का जवाब प्रशांत किशोर ने उन्हीं की शैली में दिया है.
प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा ’17 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद आपको याद आया कि 10 लाख सरकारी नौकरी दी जा सकती है. अगर आप किसी को दे सकते हैं या दे सकते थे, तो अभी तक रुके हुए क्यों थे? पहले ही दे देना चाहिए था. लेकिन चलिए नीतीश कुमार इतने बड़े नेता हैं कि उनको ए से लेकर जेड तक पता है. दूसरे को तो एबीसी भी नहीं आता है. तो उन्होंने कहा है कि 10 लाख नौकरी दे देंगे, तो हमने भी कहा है कि साहब आप 10 लाख नौकरी दे दीजिए, आप ठीक कह रहे हैं. तो हमलोग जैसों को अभियान चलाने की क्या जरूरत है?’
प्रशांत किशोर ने कहा कि 10 लाख नौकरी दे दीजिए, अभियान को वापस ले लेंगे. फिर उन्होंने कहा कि अभियान ही वापस नहीं ले लेंगे बल्कि उनके पीछे खड़े होकर जैसे उनका काम कर रहे थे, वैसे फिर से उनका काम करने लगेंगे. फिर से उनका झंडा लेकर घूमेंगे.
प्रशांत कुमार ने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि 10 लाख लोगों को नौकरी देकर दिखलाइए साल भर में. उस बारह महीना में एक महीना निकल गया, दूसरा महीना चालू है. बारह महीना होने दीजिए, उसके बाद उनसे पूछेंगे कि किसको एबीसी का ज्ञान है और किसको एक्सवाईजेड का ज्ञान है.
पीके ने फिर कहा कि 10 लाख लोगों को आप नौकरी देकर दिखला दीजिए, हम आपकी बात मान लेंगे. आपको नेता मान लेंगे. यह मान लेंगे कि आप सर्वज्ञानी, सर्वव्यापी आप ही व्यक्ति हैं, भगवान के ऊपर हैं.
चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बनने की प्रक्रिया में जन सुराज यात्रा लेकर बिहार में घूम रहे प्रशांत किशोर ने कहा है कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार एक साल में दस लाख नौकरी दे देती है तो वो नीतीश कुमार को अपना नेता मान लेंगे और उनकी पार्टी का झंडा लेकर घूमने लगेंगे। प्रशांत ने कहा कि अगर नीतीश कुमार 10 लाख नौकरी दे देते हैं तो वो 2015 की तरह फिर उनके लिए काम करने लगेंगे, उनको सर्वज्ञानी मान लेंगे और मान लेंगे कि ऊपर भगवान हैं और नीचे नीतीश कुमार ही हैं।
प्रशांत ने नीतीश की टिप्पणी पर कहा- ठीक है भाई हमें एबीसी का ज्ञान नहीं है, आपको तो ए से लेकर जेड तक का ज्ञान है। आप ही बता दीजिए कि क्या-क्या काम हुआ है।” प्रशांत ने आगे कहा कि अगर नीतीश एक साल में 10 लाख लोगों को नौकरी देकर दिखा देते हैं तो वो उनको नेता मानकर उनकी पार्टी का झंडा लेकर घूमने लगेंगे। प्रशांत ने कहा कि एक साल का एक महीना निकल भी चुका है और 11 महीना बचा है। 12 महीना होने दीजिए जिसके बाद वो पूछेंगे कि किसको ABC का ज्ञान है और किसको XYZ का।
बिहार की राजनीति महागठबंधन सरकार बनने के बाद से ही नौकरी के वादें पर घूम रही है। तेजस्वी ने 2020 के चुनाव में वादा किया था कि आरजेडी की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी का फैसला होगा। महागठबंधन सरकार बनने के बाद उन्होंने कहा कि ये गठबंधन सरकार है, आरजेडी की नहीं। फिर नीतीश कुमार ने तेजस्वी की पीठ पर हाथ रखा और कहा कि हम तो चाहते हैं कि दस नहीं बीस लाख लोगों को रोजगार मिले।