नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकते हैं। खबरें हैं कि वह जल्दी नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। हालांकि, इससे पहले गहलोत एक बार फिर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मनाने की कोशिश करने वाले हैं। साथ ही उन्होंने दिल्ली में भी शक्ति प्रदर्शन की योजना तैयार की है।
राहुल को ‘अंतिम बार’ मनाने का प्रयास
बुधवार को गहलोत पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने दिल्ली आ सकते हैं। साथ ही उन्होंने केरल जाकर राहुल को मनाने की भी योजना बनाई है। उनका कहना है कि अगर राहुल अपना फैसला नहीं बदलते हैं, तो जो पार्टी कहेगी वह करेंगे।
शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
साथ ही गहलोत ने अपने विधायकों को भी दिल्ली बुलाया है। मंगलवार को उन्होंने विधायकों को बताया कि अगर वह नामांकन पत्र दाखिल करते हैं, तो उन्हें दिल्ला बुलाया जाएगा। राज्य के एक कैबिनेट मंत्री ने जानकारी दी, ‘मुख्यमंत्री पहले कोच्चि जाएंगे और राहुल गांधी से चुनाव लड़ने की अपील करेंगे।’
भाषा के मुताबिक, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरेंगे तो विधायकों को नई दिल्ली पहुंचने के लिये संदेश आएगा।’ उन्होंने कहा कि बैठक में विधानसभा के मौजूदा सत्र व बजट की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई।
क्या सचिन पायलट को दे रहे हैं संकेत?
खबर है कि विधायकों से बैठक के दौरान गहलोत ने भरोसा दिया है कि वह ‘कहीं नहीं जा रहे।’ अटकलें लगाई जा रही थीं कि अगर वह दिल्ली जाते हैं, तो राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सीएम पद संभाल सकते हैं। उन्होंने विधायकों से कहा है कि वह जहां भी जाएंगे राज्य की सेवा जारी रखेंगे और सीएम पद नहीं छोड़ेंगे। पायलट भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए कोच्चि पहुंचे हैं।