उत्तराखंड के रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, पुलिस को अंकिता का शव मिल गया है. पुलिस को अंकिता की बॉडी चिल्ला पावर हाउस के पास से मिली है.
पुलिस ने इस मामले में बीजेपी नेता के बेटे पुलकित आर्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलकित आर्य ही उस रिजॉर्ट का संचालक था, जहां अंकिता काम करती थी. युवती के लापता होने के बाद से रिजॉर्ट संचालक और मैनेजर फरार हो गए थे.
अंकिता और पुलकित में हुआ था विवाद
पुलिस ने बताया कि 18 सितंबर की शाम को पुलकित और अंकिता का रिजॉर्ट में झगड़ा हुआ था. पुलकित ने कहा कि अंकिता गुस्से में है, इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं. एक आरोपी सौरभ भास्कर ने बताया कि सभी लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे. लौटते समय अंकिता और पुलकित एक स्कूटी पर थे. मैं और अंकित साथ में आए. हम बैराज चौकी से करीब 1.5 किमी पहुंचे, तो पुलकित अंधेरे में रुक गया था. हम भी रुक गए.
पुलकित ने बताई थी ये कहानी
पौड़ी गढ़वाल के श्रीकोट गांव निवासी अंकिता भंडारी गंगा भोगपुर के निजी रिजॉर्ट में कुछ महीने से रिसेप्शनिस्ट का काम कर रही थी. रिजॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य ने पुलिस को बताया कि “रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी एक अलग कमरे में रहती थी. कुछ दिनों से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी. इसी के चलते 18 सितंबर को उसे ऋषिकेश घुमाने के लिए ले गए थे. देर रात वहां से वापस लौट आए. इसके बाद रिजॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सभी लोग सोने चले गए. लेकिन 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी.” हालांकि पुलिस की जांच में यह कहानी झूठी पाई गई.