दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) के विवादित रन आउट की शक्ल में भारतीय महिला क्रिकेट के इंग्लैंड दौरे का समापन हुआ है, हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया ने अंग्रेजी सरजमीं पर उन्हीं को वनडे सीरीज में 3-0 से मात देकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। आखिरी मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 169 रन बनाए थे, जो की इंग्लिश टीम के लिए आसान लग रहा था।
लेकिन गेंदबाजों ने शानदार खेल दिखाते हुए विरोधियों को महज 153 रनों पर समेट कर 16 रनों से जीत हासिल की। ये मुकाबला टीम इंडिया की जीत के साथ ही तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) के इंटरनेशनल करियर के आखिरी मैच की तरह भी याद किया जाएगा।
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने के लिए भारतीय टीम क्लीनस्वीप के इरादे से उतरी थी। लेकिन नियमित अंतराल में विकेट गंवाने के चलते संयुक्त रूप से भारत सिर्फ 168 रन ही बना सका। इस दौरान हरफनमौला खिलाड़ी दीप्ति शर्मा ने सबसे ज्यादा 106 गेंदों का सामना करते हुए 68 रन बनाए।
वहीं सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना एन 79 गेंद के भीतर 50 रनों की शानदार पारी खेली। इसके अलावा भारतीय टीम के सभी बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। शफाली वर्मा, यास्तिका भाटिया, हरलीन देओल, हरमनरपीत कौर बिना कुछ कमाल किए आउट हो गई। हालांकि अंत में पूजा वस्त्रकर ने 22 रनों की पारी खेलकर भारत को लड़ने लायक स्कोर पर पहुंचा दिया।
50 ओवर के खेल में 170 रनों का लक्ष्य हर हाल में बल्लेबाजी टीम के लिए आसान होता है। लेकिन टीम इंडिया ने इसे इंग्लैंड के लिए इसे आग के दरिया में तैरने लायक बना दिया था। जिसका पूरा श्रेय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह को जाता है। उन्होंने विरोधी टीम के टॉप ऑर्डर को बुरी तरह ध्वस्त करते हुए भारत की मैच में ऐसी वापसी कराई की इंग्लैंड को उससे पार पाना मुश्किल हो गया।
टैमि बीमाउंट, एमा लैंब और सोफिया डंकली को रेणुका ने अपना शिकार बनाया। आलम ये रहा कि महज 53 रन के संयुक्त स्कोर पर मेजबानों की आधी टीम पवेलियन की राह लौट चुकी थी। ऐसे में झूलन भी अपने रंग में आईं और उन्होंने घातक नजर आ रही एलिस कैप्सी को चलता कर दिया। टीम इंडिया की जीत इस समय सुनिश्चित नजर आ रही थी।