राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने की बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। अशोक गहलोत कैंप के मंत्री शांति धारीवाल ने सचिन पायलट को गद्दार कहते हुए प्रभारी अजय माकन पर जोरदार हमला किया है। धारीवाल के घर पर विधायकों की हुई बैठक को अनुशासनहीनता कहे जाने पर जवाब देते हुए धारीवाल ने कहा कि वह 50 साल से कांग्रेस में है, लेकिन उन पर कभी कोई आरोप नहीं लगा है। शांति ने कहा कि माकन पायलट के पक्ष में विधायकों को एकजुट कर रहे थे, जोकि गद्दार हैं।
शांति सिह धारीवाल ने कहा, ‘हम लगातार 34 दिन तक होटलों में रहे। आपस में बातचीत करते रहे। 34 दिन बाद जो गद्दारी करने वाले लोग थे जो सरकार गिराना चाहते थे। जिन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए कहा था कि गहलोत सरकार अल्पमत में है इस्तीफा देना चाहिए। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ जब माहौल बना तब सरेंडर किया। लेकिन उन लोगों को जो मानसेर में इकट्ठे हुए और सरकार गिराने का प्रयास करते रहे, आज उनको मुख्यमंत्री बनाने के लिए सेकेट्री जनरल इंचार्ज आ गए हैं। उन पर आरोप है कि वह पक्षपात पूर्ण तरीके से विधायकों से बात कर रहे थे।
वह सचिन पायलट के पक्ष में जुड़ने के लिए कह रहे थे। हमारे पास इस बात के सबूत हैं। हम सोनिया गांधी के सिपाही है, उनके हर हुकुम को हमने 50 सालों से माना है। एक बार फर अनुशासनहीनता का आरोप नहीं लगा।’
एक प्रेस वार्ता मेें धारीवाल ने कहा, ‘आज जनरल सेकेट्री इंचार्ज जब पायलट के लिए प्रचार कर रहा है तो लोगों को भड़कना ही था। विधायकों ने मुझे अपनी बात सुनाने के लिए बुलाया था। अगर मुख्यमंत्री ही बनाना है तो उन लोगों को बनाओ जो 34 दिन तक सरकार बचाने के लिए होटल में रहे। गद्दारी करने वाले को पुरस्कार यहां का विधायक कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।’
शांति धारीवाल ने साफ तौर पर कहा है कि वह सोनिया गांधी के सिपाही हैं। अजय माकन पर निशाना साधते हुए कहा कि पर्यवेक्षक उन्हें सीएम बनाने के प्रस्ताव को लेकर आए थे। वे पक्षपातपूर्ण तरीके से विधायकों से बातचीत करने की कोशिश कर रहे थे। हम लोग हमेशा कांग्रेस के सिपाही थे और आगे भी रहेंगे।