इटावा/लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बीच “आशीर्वाद” वाली मुलाकात चर्चा का केंद्र बनी हुई है. जिस बात की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी वह बात गुरुवार सुबह तक पूरी हो गई, जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे. अखिलेश यादव के पहुंचने के बाद उनकी पत्नी डिंपल यादव भी चाचा शिवपाल सिंह यादव से मिलने के लिए पहुंच गई.
अखिलेश यादव की ओर से ट्वीट करके एक फोटो जारी की गई है, जिसमें अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव, चचेरे भाई आदित्य यादव और पत्नी डिंपल यादव के साथ बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं. अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में इस बात का जिक्र किया है कि बड़ों का आशीर्वाद बेहद जरूरी है. जाहिर है कि इस संदेश के बाद कई तरह के कयास लगाए जाएंगे. बेशक मायने कुछ भी लगाए जाएं, लेकिन अखिलेश और शिवपाल की जिस मुलाकात का लंबे समय से लोगों को इंतजार था, अंत में वह में वह पूरा हो गया है.
आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने सैफई स्थित आवास से काफिले के साथ निकल कर के चाचा शिवपाल सिंह यादव के घर पर पहुंच गए. जाहिर है कि अखिलेश यादव अचानक तो नहीं आए. सब कुछ पहले से तय था. अखिलेश यादव के पहुंचने के करीब 20 और 25 मिनट के बाद डिंपल यादव भी चाचा शिवपाल सिंह यादव के घर पर जा पहुंची. चाचा शिवपाल सिंह यादव के घर करीब 1 घंटे चली इस आशीर्वाद बैठक के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने आवास के लिए रवाना हो गए. हालांकि इस मौके पर अखिलेश यादव ने मीडिया से कोई बात नहीं की. मीडिया के लोगों ने तमाम कोशिशें की, लेकिन अखिलेश यादव ने इस सिलसिले में कोई भी चर्चा करना मुनासिब नहीं समझा। मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट करके फोटो के माध्यम से मुलाकात का संक्षिप्त विवरण बड़ों के आशीर्वाद के रूप में प्रस्तुत किया है.
चंद लाइन का संदेश बड़ा इशारा कर रहा है
अखिलेश यादव के निकलने के बाद उनके चाचा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अपने आवास से निकले और ठीक सामने स्थित एसएस मेमोरियल स्कूल कैंपस में जा पहुंचे। ऐसा बताया गया है कि शिवपाल सिंह यादव ने अपनी पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं को मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव के मद्देनजर संदेश देने के लिए बुलाया हुआ है. शिवपाल सिंह यादव के बाद उनके बेटे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव भी निकल कर के बाहर आए. आदित्य यादव भी इस बैठक में शामिल थे. अखिलेश यादव के चले जाने के बाद अब आदित्य यादव अपने पिता शिवपाल सिंह यादव के साथ एसएस मेमोरियल स्कूल में अपने कार्यकर्ताओं के बीच डिंपल यादव को जिताने के लिए बैठक करने में जुट गए हैं.
तो मिल गया शिवपाल को सम्मान?
बेशक इस आशीर्वाद बैठक के बाद शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव की ओर से मीडिया को कोई जानकारी साझा नहीं की गई हो, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह मुलाकात पूरी तरह से मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव के मद्देनजर बहू डिंपल यादव को जिताने के लिए हुई है. चाचा शिवपाल सिंह यादव लगातार सम्मान की बात करते रहे हैं और ऐसा ही उनके तमाम समर्थकों की ओर से भी कहा गया है. कई मौकों पर उनके समर्थक चाचा शिवपाल सिंह को सम्मान देने की बात बोलते रहे हैं और जाहिर है कि आज अखिलेश यादव का उनके घर पर पहुंचकर उनसे मिल आशीर्वाद लेना निश्चित तौर पर सम्मान की श्रृंखला का एक बड़ा हिस्सा माना जाएगा.
शिवपाल की भूमिका काफी अहम
नेता जी मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव के लिए शिवपाल सिंह यादव की भूमिका अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण बन पड़ी है. असल में शिवपाल सिंह यादव जिस जसवंतनगर विधानसभा से 1996 से लगातार निर्वाचित होते हुए चले जा रहे हैं. यह विधानसभा सीट मैनपुरी संसदीय सीट के लिए कहीं ना कहीं संकटमोचक या फिर जीवन रक्षक की भूमिका में नजर आ रही है. इस विधानसभा सीट पर शिवपाल सिंह यादव ऐसे ही काबिज नहीं है. शिवपाल सिंह यादव ने अपने ऐसे कार्यकर्ता बनाए हुए हैं जो लगातार आंख बंद कर उनके लिए वोट डालने के लिए तैयार और तत्पर रहते हैं. ऐसे में जब शिवपाल सिंह यादव अपने कार्यकर्ताओं से डिंपल यादव को वोट डालने के लिए कहेंगे तो किसी कार्यकर्ता की हिम्मत और हिमाकत इस बात की नहीं होगी कि वो उनके आदेश को ना माने.
पार्टी कार्यकर्ताओं को दे दिया है ये निर्देश
इससे पहले शिवपाल सिंह यादव अपने कार्यकर्ताओं के बीच एसएस मेमोरियल स्कूल में बैठक करके कार्यकर्ताओं से साफ-साफ बोल चुके हैं कि बहू डिंपल यादव को चुनाव मैदान में हर हाल में जिताना है. इस बात को बैठक में शामिल होकर के बाहर निकले कार्यकर्ताओं की ओर से प्रभावी ढंग से बताया गया है. शिवपाल सिंह यादव को समाजवादी पार्टी की ओर से स्टार प्रचारक बनाया जा चुका है. 40 लोगों की जो लिस्ट जारी की गई है उसमें शिवपाल सिंह यादव का भी नाम सातवें नंबर पर रखा गया है. शिवपाल सिंह यादव ने स्टार प्रचारक बनने के बाद अपने बड़े भाई अभय राम यादव से एसएस मेमोरियल स्कूल में मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद शिवपाल सिंह यादव की सक्रियता इस बार व्यापक देखी गई है.
डिंपल को जिताने के लिए जिम्मेदारी भी तय
समाजवादी पार्टी में डिंपल यादव को जिताने के लिए अपने कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां भी तय कर दी है. हर विधानसभा के लिए जहां प्रभावी ने नेताओं को प्रभारी बनाया गया, वहीं दूसरी ओर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके साथ में कमेटी के रूप में कनेक्ट कर दिया गया है. समाजवादी पार्टी ऐसा चाहती है कि उनकी उम्मीदवार डिंपल यादव हर हाल में नेताजी मुलायम सिंह यादव की तरह जीतकर संसद की दहलीज तक पहुंचे.