नई दिल्ली। दिल्ली में श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब पर रोहिणी इलाके में हमला करने की कोशिश की गई है. आरोपी आफताब सोमवार शाम जैसे ही एफएसएल कार्यालय के बाहर वैन में सवार होकर निकला, तभी हमलावरों ने अपनी कार आगे खड़ी कर दी और तलवारें लेकर दौड़े. हमलावरों के पास 5 तलवारें थीं. ये पूरा घटनाक्रम 15 मिनट के अंदर हुआ. दिल्ली पुलिस को भी कुछ पल तक घटनाक्रम समझ में नहीं आया. पुलिस ने एक हमलावर निगम गुर्जर नाम के एक शख्स को हिरासत में ले लिया है.
निगम गुर्जर के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है. पुलिस को बरामद कार में हथौड़ा, विकेट, तलवारें मिली हैं. निगम गुर्जर ने कहा- आफताब ने हमारी बहन बेटी का कत्ल किया है. हम उसी तरह घटना को अंजाम देने वाले थे. आफताब ने हमारी बहन के 35 टुकड़े किए थे, हम उसके 70 टुकड़े करते. पूरा प्लान बनाकर ही घर से निकले थे.
पुलिस का कहना था कि वज्र वाहन के सामने अचानक कार आ गई. जैसे ही पुलिस का वज्र वाहन रुका तो इन लोगों ने वज्र वाहन को घेर लिया और गेट खोल दिया. तब तक एक पुलिसकर्मी ने जांबाजी दिखाई और राइफल लेकर सामने आ गया. पुलिस कर्मी ने ललकारा और कहा कि अगर वज्र वाहन का गेट खोला तो फायरिंग करनी पड़ेगी. इस बीच, वज्र वाहन में आगे बैठा सिपाही भी रिवॉल्वर लेकर नीचे आ गया और उसने भी हवाई फायरिंग के लिए चेताया. पुलिसकर्मियों के सामने अड़ जाने की वजह से हमलावर थोड़ा सहमे. इस बीच, वज्र वाहन आगे बढ़ गया और आफताब को हमलवारों से बचा लिया गया. फिलहाल, आफताब को सुरक्षित तिहाड़ जेल भेज दिया गया.
पुलिस ने बताया कि हम जांच कर रहे हैं और ये पता कर रहे हैं कि इन हमलावरों को हमारे निकलने का समय कैसे पता चला. हालांकि, हमलावर ने कहा कि वो सुबह से घटना की फिराक में बैठे थे. पुलिस ने ये भी बताया कि बरामद कार के बारे में जानकारी की जा रही है. ये कार किसके नाम पर है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मारुति कार में पांच लोग थे. सभी के हाथों में तलवारें थीं. हमला के बाद सभी तितर-बितर हो गए. जबकि हिरासत में लिए गए हमलावर ने 15 लोग होने की बात कही है. उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है.