बेन स्टोक्स की अगुवाई में इंग्लिश टीम तीन मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान दौरे पर है. इंग्लैंड की टीम 17 साल के लंब इंतजार के बाद टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान दौरे पर आई हुई है. सीरीज की शुरुआत भी नहीं हुई थी कि उससे पहले ही इंग्लिश टीम पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था. कप्तान बेन स्टोक्स समेत टीम के कई सदस्य एक अज्ञात वायरस की चपेट में आकर बीमार पड़ गए थे. अब पीसीबी के लिए अच्छी खबर ये है कि इंग्लैंड पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए राजी हो गया है और शुरुआती टेस्ट मैच निर्धारित समय यानी कि आज (01 दिसंबर) से शुरू होगा.
उदाहरण के लिए पिछले साल न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम तो पाकिस्तान दौरे पर आई लेकिन बगैर कोई मैच खेले ही वापस लौट गई थी. तब न्यूजीलैंड ने सुरक्षा कारणों का ही हवाला दिया था. उसके कुछ दिन बाद इंग्लैंड की क्रिकेट टीम ने अपना पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था. पीसीबी को ऐसे में काफी नुकसान झेलना पड़ा था क्योंकि उन्होंने इन दौरों के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी.
पीसीबी को कई बार लग चुका है झटका
देखा जाए तो सुरक्षा कारणों के चलते पाकिस्तान बड़े टूर्नामेंट्स या सीरीज की मेजबानी से हाथ धो चुका है. उदाहरण के लिए 2008 के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 5 देशों ने आने से मना किया जिसके चलते टूर्नामेंट को साल 2009 में आोयजित करने का टारगेट रखा गया था, लेकिन बाद में पाकिस्तान से मेजबानी छीन ली गई. इसी बीच साल 2008 में ही वेस्ट इंडीज की पुरुष और महिला टीम ने भी पाकिस्तान दौरे पर आने से मना कर दिया.
फिर 2011 वर्ल्ड कप में भी पाकिस्तान को कुछ मैचों की मेजबानी करनी थी लेकिन बाद में इन मुकाबलों को बांग्लादेश, श्रीलंका और भारत में शिफ्ट करने पड़े थे. पाकिस्तान में अगले साल एशिया कप का भी आयोजन होना है जिसपर अभी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह पहले ही बयान दे चुके हैं कि भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी.
जब श्रीलंकाई टीम पर हुआ खौफनाक हमला
अब बात उस दौर की करते हैं जब पाकिस्तान क्रिकेट पूरी तरह गर्त में चला गया गया था. जब 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमले हुआ तो बाद भारत ने पाकिस्तान का प्रस्तावित दौरा टाल दिया. इसके बाद श्रीलंकाई बोर्ड को पीसीबी ने दौरा करने के लिए राजी कर लिया, लेकिन इस फैसले का खामियाजा पाकिस्तान को इस कदर भुगतना पड़ा कि वहां पर लगभग सालों तक कोई भी टीम क्रिकेट खेलने के लिए नहीं आई.
गौरतलब है कि साल 2009 में 3 मार्च के दिन श्रीलंकाई टीम पर हमला हुआ था. श्रीलंकाई टीम पर यह हमला उस समय हुआ था जब खिलाड़ी अपने होटल से टेस्ट मैच खेलने के लिए गद्दाफी स्टेडियम जा रहे थे. इस हमले में तत्कालीन कप्तान महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा, अजंथा मेंडिस, थिलन समरवीरा, चामिंडा वास जैसे प्लेयर्स घायल हो गए थे. यदि बस ड्राइवर ने बहादुरी नहीं दिखाई होती तो श्रीलंकाई खिलाड़ी शायद ही बच पाते. इस खौफनाक हमले में पाकिस्तान पुलिस के 6 जवान समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी.
लगभग 10 साल बाद श्रीलंका की टीम ने ही पाकिस्तान में खेलकर इस सूखे को खत्म किया. श्रीलंका के अलावा जिम्बाब्वे, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों ने भी वहां का दौरा किया है. न्यूजीलैंड की टीम भी इस महीने के अंत में दो टेस्ट और तीन वनडे के लिए पाकिस्तान का दौरा करने जा रही है.