लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक प्रतिनिधिमंडल के साथ विश्व आर्थिक मंच -2023 की बैठक में भाग लेने के लिए दावोस जाएंगे। राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश को “सर्वश्रेष्ठ निवेश प्रदेश” के रूप में प्रदर्शित करने के लिए वहां पूरा जोर लगाएगी। इस प्रयास का उद्देश्य अगले पांच वर्षों में राज्य को ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य को प्राप्त करना है। अधिकारियों के मुताबिक WEF-2023 की बैठक दावोस में 16 से 20 जनवरी तक प्रस्तावित है।
शासन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, “हां, विश्व आर्थिक मंच-2023 में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यात्रा कार्यक्रम को वहां के निमंत्रण के बाद सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी गई है। यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 (जीआईएस-2023) से पहले निवेश को आकर्षित करने में मदद करेगा और पांच साल में राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य हासिल करेगा।”
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भाग लेने वाले यूपी के पहले सीएम
जब योगी आदित्यनाथ WEF-2023 की बैठक में भाग लेने के लिए दावोस जाएंगे, तो वह ऐसा करने वाले उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बन जाएंगे। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर राज्य सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। उन्होंने कहा, ‘हां, हम मुख्यमंत्री के दौरे की तैयारी शुरू कर रहे हैं और मौके का बेहतरीन इस्तेमाल करेंगे। हमें डब्ल्यूईएफ-2023 में पवेलियन लगाने के लिए जगह मिलने की उम्मीद है।’
मंत्रियों के विदेश दौरे का कार्यक्रम जारी
अरविंद कुमार शर्मा सिंगापुर में करेंगे रोड शो
उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना 9 दिसंबर को कनाडा के लिए रवाना होने वाले हैं। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना 9 दिसंबर को यूएसए और यूके के लिए रवाना होंगे और उनके 15 दिसंबर तक वापस आने की उम्मीद है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह एक का नेतृत्व करेंगे। प्रतिनिधिमंडल 13 दिसंबर को आस्ट्रेलिया जाएगा।
शहरी विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल 16 दिसंबर को सिंगापुर के लिए रवाना होगा। मत्स्य मंत्री संजय निषाद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल 14 दिसंबर को अर्जेंटीना के लिए रवाना होगा, जबकि पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद 14 दिसंबर से स्वीडन के लिए एक टीम का नेतृत्व करेंगे।