लखनऊ। सुरक्षा में कटौती के बाद (Z श्रेणी से Y श्रेणी) किए जाने के बाद क्या शिवपाल सिंह यादव से लखनऊ का आलीशान बंगला भी छिन सकता है? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार इसकी तैयारी कर रही है। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर एक निजी चैनल से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्हें विधायक निवास दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायक को आवंटित आवास में पार्टी का दफ्तर चलाना गलत है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखनऊ के लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर शिवपाल सिंह यादव को आवंटित बंगले में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का दफ्तर चलाए जाने का आरोप है। इसी आधार पर उनसे सरकारी बंगला खाली कराए जाने की चर्चा है। सरकार ने लाल बहादुर शास्त्री में बंगला नंबर 6 शिवपाल सिंह यादव को आवंटित किया था। उन्हें जेड श्रेणी सुरक्षा भी प्रदान की गई थी। तब शिवपाल अखिलेश यादव से अलग थे लेकिन मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में यादव परिवार की विरासत बचाने के लिए बहू डिंपल यादव के समर्थन में उन्होंने अखिलेश के साथ न केवल मंच साझा किया बल्कि घर-घर प्रचार भी किया।
इसी बीच उनकी जेड श्रेणी सुरक्षा में कटौती करते हुए सरकार ने उसे वाई श्रेणी में तब्दील कर दिया। जिस दिन शिवपाल की सुरक्षा घटाई गई उसी दिन से उनसे सरकारी बंगला खाली कराने के भी कयास लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही गोमती रिवरफ्रंट केस से जुड़ी फाइलों को भी खंगाले जाने की भी चर्चा है।
बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने 2018 में समाजवादी पार्टी से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया था। सरकार ने उन्हें लखनऊ के लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर 6 नंबर आलीशान बंगला आवंटित किया था।