बेंगलुरु। 2023 कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। अब राज्य के बड़े खनन कारोबारी और भारतीय जनता पार्टी सरकार में मंत्री रह चुके जी जनार्धन रेड्डी ने नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। साथ ही उन्होंने अगले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी योजना भी जाहिर कर दी है। अब संभावनाएं जताई जा रही हैं कि नई पार्टी की एंट्री से भाजपा को खासतौर से बेल्लारी समेत कई क्षेत्रों में नुकसान उठाना पड़ सकता है। खास बात है कि रेड्डी पर करोड़ों रुपये के अवैध खनन का मामला जारी है। इस मामले में वह साल 2015 से ही जमानत पर बाहर हैं।
खबरें आ रही हैं कि दक्षिण भारतीय राज्य में भाजपा पहले ही पार्टी के नेताओं की नाराजगी सामना कर रही है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा औऱ अन्य मंत्री भी शामिल हैं। ऐसे में बेल्लारी बंधुओं की नाराजगी भाजपा को नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा खुद येदियुरप्पा से मिल चुके हैं।
इसके अलावा हाल ही में भाजपा ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बागियों के हाथों बड़ा नुकसान उठाया है। कुल 68 विधानसभा सीटों वाले पहाड़ी राज्य में 22 बागी मैदान में थे। हालांकि, जीत कम ही को नसीब हुई, लेकिन कई सीटों पर भाजपा के जमकर वोट कटे थे।
रेड्डी ने रविवार को नई पार्टी ‘कल्याण राज्य प्रगति पक्ष’ की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 2023 का चुनाव कोपल जिले के गंगावती से लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘भले ही भाजपा नेता यह कहते रहे हों कि मैं पार्टी का सदस्य नहीं हूं और उसके साथ कोई संबंध नहीं है, लेकिन राज्य और इसके लोग जानते हैं कि मैं उस पार्टी से हूं। यह बात झूठी निकली है। आज मैं अपनी सोच, बासवन्ना के विचारों के साथ कल्याण राज्य प्रगति पक्ष का ऐलान कर रहा हूं।’
खनन कारोबारी का कहना है कि उन्होंने गंगावती में घर बनाया और वहां मतदाता सूची में नाम शामिल कराया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक पार्टी पदाधिकारी का कहना है कि रेड्डी भाजपा की तरफ से किए जा रहे व्यवहार से परेशान थे। साथ ही उनका कहना है कि नई पार्टी के आने से कुछ क्षेत्रों में भाजपा को नुकसान हो सकता है।