पाकिस्तान में सोमवार को नेशनल ग्रिड फेल होने से पूरे देश में ब्लैकआउट हो गया था. इससे लाखों लोग प्रभावित हुए. बिजली सप्लाई बहाल करने को लेकर देश के ऊर्जा मंत्री ने बड़े-बड़े दावे किए लेकिन कई बड़े शहर रातभर अंधेरे में डूबे रहे. अब खबर है कि कुछ शहरों में बिजली सप्लाई बहाल हो गई है. लेकिन अभी भी पूरी तरह से इस संकट का समाधान हीं निकला है.
इसके बाद प्रधानमंत्री शरीफ ने ट्वीट कर बताया कि मेरी सरकार की ओर से मैं कल हुए बिजली संकट की वजह से लोगों को हुई असुविधा के लिए खेद जताता हूं. उन्होंने कहा कि मेरे आदेश पर बिजली फेलियर के कारणों का पता लगाने की जांच की जा रही है. इसके बाद जवाबदेही निर्धारित की जाएगी. शहबाज ने इस गड़बड़ी के कारणों का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित करने का आदेश दिया है.
बिजली ब्रेकडाउन के पीछे विदेशी ताकतें
आर्थिक संकट से घिरे पाकिस्तान में सोमवार को हुए ब्लैकआउट के बाद दुनियाभर में उसकी किरकिरी हो रही है. बिजली नहीं होने से मेट्रो ट्रेन, अस्पताल, ऑफिस और कई बिजनेस इससे सीधे तौर पर प्रभावित हुए. लेकिन इन सबके बीच ऊर्जा मंत्री दस्तगीर ने कहा कि उन्हें संदेह है कि ब्रेकडाउन के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है.
खुर्रम दस्तगीर ने कहा कि पाकिस्तान इस पावर आउटेज के पीछे विदेशी हाथ होने की संभावनाओं की जांच कर रहा है. इसके पीछे साइबर हमले की संभावना को खारिज करने की संभावना की जांच करेगा. उन्होंने कहा कि ब्रेकडआउन के पीछे विदेशी हाथ होने की जांच की जा रही है.
नेशनल ग्रिड कैसे हुआ था ठप?
सोमवार सुबह 7.30 बजे देश का नेशनल ग्रिड ठप पड़ गया था, जिससे बिजली सप्लाई बाधित हुई थी. इसके बाद देश के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर को सामने आकर कहना पड़ा था कि नेशनल ग्रिड में गड़बड़ी की वजह से यह ब्लैकआउट हुआ है. लेकिन हम इसे दुरुस्त करने में लगे हुए हैं.
उन्होंने बताया था कि सर्दियों में बिजली की मांग घट जाती है, जिस वजह से रात में पावर जेनरेशन सिस्टम अस्थाई तौर पर बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन जब सोमवार सुबह इन्हें चालू किया गया तो वोल्टेज में उतार-चढ़ाव देखा गया और इसके तुरंत बाद एक के बाद एक कर पावर जेनरेटिंग यूनिट बंद हो गईं थीं.
संकट कितना विकराल?
पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री दस्तगीर ने हालांकि डंके की चोट पर कहा था कि यह कोई बहुत बड़ा संकट नहीं है. देश के कुछ पावर ग्रिड को रिस्टोर किया जा चुका है. खैबर पख्तूनख्वाह के ग्रिड स्टेशनों के रिस्टोर किया गया है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि सुबह से देस में पावर ब्रेकडाउन है. देश में सत्ता में बैठे अयोग्य लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने देश को लूटकर पैसे को बाहर भेज दिया है.
पत्रकार हरिस तोहिद ने इस ब्रेकडाउन पर चिंता जताते हुए कहा था कि इस बिजली संकट से देश के आम लोगों में और डर बढ़ गया है. उन्हें लगने लगा है कि अब देश गंभीर ऊर्जा संकट की ओर बढ़ रहा है.