तुर्की और सीरिया में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.8 थी. भूकंप से दक्षिण पूर्व तुर्की और सीरिया में भारी नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं. दोनों देशों में कई जगहों पर सैकड़ों इमारतें गिर गईं. तुर्की में अब तक 76, जबकि सीरिया में 42 लोगों के मारे जाने की खबर है. मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
भूकंप का केंद्र तुर्की गाजियांटेप में था. यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर स्थित है. ऐसे में सीरिया के कई शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए. बताया जा रहा है कि बॉर्डर के दोनों ओर भारी तबाही हुई है.
बताया जा रहा है कि तुर्की में भूकंप स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 04:17 बजे आया. इसकी गहराई जमीन से 17.9 किलोमीटर अंदर थी. भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास था. भूकंप के तेज झटकों में कई इमारतें ढह गईं. समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक, अब तक 53 लोगों के मौत की खबर सामने आई है. तुर्की के ओस्मानिया में 34 इमारतें तबाह हो गईं.
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने ट्वीट कर बताया कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू अभियान जारी है. भूकंप के दौरान कम से कम 6 बार झटके लगे. इरदुगान ने लोगों से अपील की कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें.
बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके लेबनान, सीरिया में भी महसूस किए गए. सीरिया में अलेप्पो और हमा शहर से नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं. सिविल डिफेंस के मुताबिक, सीरिया में तुर्की से लगे इलाकों में कई इमारतें गिर गईं. दमिश्क में भी भूकंप के झटकों के बाद लोग सड़कों पर आ गए. लेबनान में करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए.
तुर्की की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं. यहां 1999 में आए भूकंप में 18000 लोगों की मौत हो गई थी. अक्टूबर 2011 में आए भूकंप में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.