लखनऊ। ये वही अरविंद केजरीवाल हैं जिन्होंने 31 जनवरी 2014 को देश के सबसे ज्यादा भ्रष्ट नेताओं की सूची बनाई थी। इस सूची इन्होंने अखिलेश के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव का नाम रखा था। यही नहीं केजरीवाल ने उस दौरान जनता से अपील की थी कि इन नेताओं को हराएं। इसके जवाब में 3 फरवरी को बांदा में एक रैली में मुलायम ने कहा था कि वो चाहें तो केस करके जेल भेज दें। आज करीब 9 साल बाद केजरीवाल उनके बेटे अखिलेश से गठजोड़ के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं। केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों से समर्थन मांगने में जुटे आम आदमी पार्टी अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल बुधवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे। सियासी गलियारों में चर्चा यह भी है कि सपा और आम आदमी पार्टी की यह मित्रता भविष्य में यूपी में लोकसभा चुनाव में गठजोड़ के रूप में बदल सकती है। अब ऐसे में देखा होगा कि अखिलेश यादव का स्टैंड क्या होता है?
इन नेताओं से अब मिल चुके हैं केजरीवाल
राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण बनाने के केंद्र के अध्यादेश को लेकर केजरीवाल अब तक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके डिप्टी तेजस्वी यादव से मुलाकात कर चुके हैं।