लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के कोर वोटबैंक लव-कुश समीकरण पर चोट कर रही है। इसी कड़ी में शोषित इंकलाब पार्टी ने एनडीए के साथ जाने का ऐलान किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद यह घोषणा की। यह मुलाकात सोमवार को दिल्ली में हुई।
दिवंगत जगदेव प्रसाद के बेटे हैं नागमणि
नागमणि कुशवाहा बिहार के क्रांतिकारी नेता दिवंगत जगदेव प्रसाद के बेटे हैं। जगदेव प्रसाद की गिनती प्रमुख समाजवादी नेताओं में होती है। उन्होंने राज्य में शोषित वर्ग के लोगों के लिए आंदोलन छेड़ा था। 1974 में जगदेव बाबू अरवल जिले के कुर्था में प्रदर्शन कर रहे थे। तभी गोली लगने से उनकी मौत हो गई। उनके समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने आंदोलन को दबाने के लिए जानबूझकर जगदेव बाबू की हत्या की। वहीं, पुलिस का कहना था कि आंदोलनकारी उग्र हो गए, पुलिस गोलीबारी में उनकी मौत नहीं हुई। हालांकि, इस केस की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है। अमित शाह से मिलने के बाद जगदेव बाबू के बेटे नागमणि ने इस मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की।
नीतीश के लव-कुश वोटबैंक पर बीजेपी की नजर
नीतीश की पार्टी जेडीयू की अति पिछड़ा समाज के कुर्मी और कोइरी समाज के वोटरों पर अच्छी पकड़ है। इसे लव कुश समीकरण कहा जाता है। बिहार में इन मतदाताओं की संख्या करीब 12 फीसदी है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी लगातार नीतीश के वोटबैंक को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू छोड़कर एनडीए में चले गए हैं। साथ ही बीजेपी ने कुशवाहा समाज से आने वाले सम्राट चौधरी को प्रदेश पार्टी की कमान सौंपी है। अब नागमणि कुशवाहा भी एनडीए के साथ जाने वाले हैं।