मदरसों के डाटा में गड़बड़ी, लखनऊ प्रशासन ने दिया अल्टीमेटम, कार्रवाई की चेतावनी

Mosqueलखनऊ। इस्लाम में मदरसे धार्मिक शिक्षा के प्रमुख स्थल हैं. देशभर में मौजूद मदरसों में बच्चे धर्म का तालीम लेते हैं. इसके साथ ही कुछ मदरसों में आधुनिक शिक्षा भी दी जाती है. लेकिन मदरसों की देख-रेख से लेकर छात्रों का प्रबंधन आदि सब कुछ मदरसे और वहां के मौलवी की ही जिम्मेदारी होती है. इसमें किसी बाहरी व्यक्ति का दखल नहीं होता. हालांकि, मदरसे में कितने छात्र-छात्राएं बढ़ रहे हैं, इसकी जानकारी प्रशासन को देना अनिवार्य है और शिक्षा पोर्टल पर भी डाटा अपडेट किया जाना अनिवार्य है. लखनऊ के मदरसों में छात्रों के डाटा में हेरफेर की खबर है, जिसको लेकर प्रशासन सख्त है.

छात्र-छात्राओं के डाटा में हेरफेर और गड़बड़ी की बात सामने आने पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का प्रशासन सख्त है. प्रशासन के रिकॉर्ड के अनुसार उनके पास मौजूद डाटा में 6 हजार छात्र-छात्राओं का डाटा नहीं है. प्रशासन ने मदरसों से जानकारी ली, जिसमें कुल 13 हजार 925 छात्र-छात्राएं मदरसों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जबकि शिक्षा पोर्टल पर सिर्फ 7769 के ही नाम दर्ज हैं.

डाटा में गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन सख्त है. प्रशासन ने मदरसों को अल्टीमेटम दिया है कि जल्द से जल्द वह डाटा में सुधार करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि गुरुवार 27 जुलाई को ही उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद का रिजल्ट जारी हुआ है. इसमें मुंशी-मौलवी (सेकेंडरी), आलिम (सीनियर सेकेंडरी), कामिल और फाजिल परीक्षा वर्ष-2023 के नतीजे घोषित किए गए. इस बार मदरसा शिक्षा परिषद के रिजल्ट में 1 लाख, 9 हजार 527 परीक्षार्थियों को पास घोषित किया गया है.

उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड एग्जाम 2023 में कुल 1 लाख, 69 हजार 796 छात्र-छात्राओं का रिजल्ट घोषित किया गया, जिसमें 54 हजार 481 छात्र एवं 55 हजार, 46 छात्राएं शामिल हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि मदरसों में पढ़ने वाले मुस्लिम बच्चों के एक हाथ में कुरान तो दूसरे हाथ में लैपटॉप हो. इस सोच से अल्पसंख्यकों में नए मनोबल, चेतना और विश्वास का संचार हुआ है. उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में लगातार अल्पसंख्यकों के भले के लिए काम हो रहा है. समाज के विकास के लिए शिक्षा सबसे जरूरी चीज है. उनका कहना है कि उनकी सरकार मदरसों की शिक्षा में बेहतरी के लिए संजीदा है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.