पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में पुलिस ने दो अलग-अलग गाँवों से जिलेटिन की छड़ें और जिंदा बम बरामद किए। जिलेटिन की छड़ें कार्टून के डिब्बों में भरकर रखी गई थीं। इन डिब्बों में जिलेटिन की 12000 छड़ें बरामद हुईं। इसके अलावा, पुलिस ने प्लास्टिक के ड्रम में रखे गए 15 जिंदा बम भी बरामद किए। घटना शनिवार (5 अगस्त, 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने जिलेटिन की ये छड़ें बीरभूम जिले के रामपुरहाट थाना इलाके के रदीपुर गाँव से बरामद कीं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक खाली पड़े मकान में छापेमारी की थी। इसके बाद यहाँ से कार्टून के डिब्बों में पैक ये छड़ें बरामद हुईं। पुलिस इस मामले में जाँच की बात कह रही है। लेकिन इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इससे पहले शनिवार (5 अगस्त, 2023) दोपहर बीरभूम जिले के खैराशोल के कृष्णापुर गाँव में ग्रामीणों ने झाड़ियों के बीच प्लास्टिक का ड्रम दिखाई दिया। इसके बाद सूचना मिलने पर मौके पर पहुँची पुलिस ने 15 जिंदा बम बरामद किए। इस मामले में भी पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
चूँकि विस्फोटक बनाने में जिलेटिन की छड़ों का प्रमुखता से उपयोग होता है। इसलिए सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में जिलेटिन की छड़ें कहाँ से आईं? इन्हें खाली पड़े मकान में क्यों रखा गया था? आतंकी बड़े पैमाने पर विस्फोटक तो नहीं तैयार करने वाले थे? इस मामले की जाँच करते हुए पुलिस को ऐसे अनेकों सवालों के जवाब ढूँढ़ने होंगे।
TMC नेता हुआ था गिरफ्तार
गौरतलब है कि जून 2022 में पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने कोलकाता से एक टाटा सूमो कार सहित कई जगहों से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया था। इनमें 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 27000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और 1625 किलोग्राम जिलेटिन छड़ें शामिल थीं। इस मामले में NIA ने शुक्रवार (4 अगस्त, 2023) को तृणमूल कॉन्ग्रेस नेता इस्लाम चौधरी को बीरभूम जिले से ही गिरफ्तार किया था। ऐसे में संभव है कि जिलेटिन की इन छड़ों के तार जून 2022 में मिले विस्फोटक से जुड़े हों।