शरद पवार ने भतीजे अजित पवार के साथ क्यों की थी सीक्रेट मीटिंग, अब हो गया इसका खुलासा

शरद पवार ने भतीजे अजित पवार के साथ क्यों की थी सीक्रेट मीटिंग, अब हो गया इसका खुलासाअजित पवार के साथ हुई ‘सीक्रेट मीटिंग’ को लेकर शरद पवार का बयान आया है। शरद ने रविवार को कहा कि यह कोई गुप्त बैठक नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘भतीजे से मिलने में क्या गलत है? अगर परिवार का कोई सीनियर मेंबर परिवार के किसी अन्य सदस्य से मिलना चाहता है, तो इसमें क्या समस्या है।’ महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के सांगोला में संवाददाताओं को संबोधित करते पवार ने कहा कि वह मेरा भतीजा है और मैं परिवार का सबसे वरिष्ठ सदस्य हूं। ऐसे में इस मुलाकात को लेकर क्या दिक्कत है?

शरद पवार ने अजित से मिलने की बताई वजह
शरद पवार ने बिना नाम लिए कहा, ‘हममें से कुछ (अजित पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी गुट) ने अलग रुख अपनाया है। हमारे कुछ शुभचिंतक यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हमारे रुख में कोई बदलाव हो सकता है। यही कारण है कि वे हमसे सौहार्दपूर्ण चर्चा करने की कोशिश कर रहे हैं।’ राकांपा प्रमुख ने यह भी कहा कि लोग राज्य की बागडोर महा विकास आघाड़ी को सौंपेंगे-जिसमें शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), एनसीपी (शरद पवार समूह) और कांग्रेस शामिल हैं। शरद पवार ने रविवार को दिवंगत विधायक गणपतराव देशमुख की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए सोलापुर जिले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ मंच साझा किया था।

मीटिंग को लेकर NCP की स्टेट यूनिट के चीफ जयंत पाटिल ने कहा था कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पार्टी संस्थापक और उनके भतीजे के बीच क्या बातचीत हुई। पाटिल ने यह भी कहा कि यह कोई गोपनीय बैठक नहीं थी। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि उन्हें इस प्रकार की बैठक की कोई जानकारी नहीं है। भाजपा नेता ने कहा कि मैं आपको कोई जानकारी नहीं दे सकता। मालूम हो कि शरद पवार और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को पुणे में एक कारोबारी के आवास पर मुलाकात की थी।

कैमरे से बचने की कोशिश में दिखे अजित पवार
क्षेत्रीय समाचार चैनल की ओर से प्रसारित दृश्यों में शरद पवार शनिवार दोपहर करीब 1 बजे कोरेगांव पार्क क्षेत्र में कारोबारी के आवास पर पहुंचते दिखे। शाम करीब 5 बजे शरद पवार वहां से चले गए। इसके लगभग 2 घंटे के बाद अजित पवार को शाम पौने 7 बजे कैमरे से बचने की कोशिश करते हुए कार में परिसर से बाहर निकलते देखा गया। बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले महीने अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच अजित पवार ने शिवसेना-भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। अजित के समर्थक एनसीपी के 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी। राकांपा के 54 विधायकों में से शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले समूहों का समर्थन करने वाले विधायकों की सटीक संख्या ज्ञात नहीं है।